अन्न उत्सव कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगे सहकारी समिति कर्मचारी
अनिश्चित कालीन कलम बन्द हड़ताल का तीसरा दिन भी रहा सफल
इस बार शासन के आश्वासन पर हड़ताल समाप्त नहीं की जायेगी
सिवनी। गोंडवाना समय।
विगत निरंतर कई दिनों से म.प्र. सहकारी समितियों के कर्मचारियों के द्वारा बार-बार पत्र व्यवहार व ज्ञापन के माध्यम से कर्मचारियों के हित में उचित न्यायोचित माँग शासन से की जा रही थी परंतु हर बार मात्र आश्वासन देकर ही संतुष्टि दी गई। जिससे परेशान होकर प्रदेश के 52 जिलों के सहकारी समिति कर्मचारियों द्वारा 4 फरवरी 2021 से प्रदेश स्तरीय कलमबंद अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी कर दी गई है।
श्री वंशीलाल ठाकुर (जिलाध्यक्ष) म.प्र. सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ भोपाल जिला इकाई सिवनी एवं श्री जोगेश ठाकुर मीडिया प्रभारी ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुये बताया कि अपनी न्यायोचित मांगो को लेकर बीते 2 फरवरी 2021 को भी म.प्र.सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ भोपाल जिला इकाई सिवनी द्वारा जिला प्रशासन सिवनी के माध्यम से मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपकर सहकारी कर्मचारियों की उचित न्यायोचित माँगो का शीघ्र निराकरण करने की माँग संबंधी ज्ञापन सौंपा गया था।
वहीं 4 फरवरी 2021 से प्रारंभ हुई कमल बंद हड़ताल को लेकर सहकारी समिति कर्मचारियों ने निर्णय लिया है कि जब तक शासन द्वारा सहकारी समितियों की पूरी माँगो को पूरा नहीं किया जाता है तब तक आंदोलन निरंतर जारी रहेगा।
पीओएस मशीन लाकर हड़ताल स्थल एकजुटता के साथ करेंगे बहिष्कार
आगे महासंघ के जिलाध्यक्ष श्री वंशीलाल ठाकुर व जिला मीडिया प्रभारी श्री जोगेश ठाकुर द्वारा बताया गया कि 7 फरवरी 2021 दिन रविवार को प्रात: 11 बजे पीओएस मशीन के साथ हड़ताल स्थल अम्बेडकर चौक जबलपुर रोड सिवनी में विक्रेताओं सहित समस्त कर्मचारियों द्वारा शासन के अन्न उत्सव कार्यक्रम के तहत जिसमें कि गरीबों को 1 रुपये किलो गेहुँ चावल का वितरण करना है, जिसका एकजुटता के साथ बहिष्कार किया जावेगा। वहीं सहकारी समिति के कर्मचारियों का कहना है कि इस बार शासन के आश्वासन पर हड़ताल समाप्त नही की जायेगी।
कलमबंद हड़ताल से किसान, ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के निर्धन वर्ग हो रहे प्रभावित
गोंडवाना समय द्वारा जब सहकारी समिति कर्मचारियों द्वारा 4 फरवरी 2021 से प्रदेश स्तरीय कलमबंद अनिश्चित कालीन हड़ताल किये जाने से कैसे प्रभाव पड़ रहा है। इस संबंध में जब शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों, ग्रामीणों से चर्चा किया तो उन्होंने बताया कि सहकारी समिति कर्मचारियों की कलम बंद हड़ताल से प्रभावित होने वालों में किसानों के साथ साथ ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के निर्धन वर्गों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शासकीय उचित मूल्य की दुकाने बंद रहने से निर्धन वर्गों को मिलने वाली सामग्री व किसानों को खेती किसानी से संबंधित आवश्यकताओं की सामग्री समय पर नहीं मिलने पर उनका कार्य भी प्रभावित हो रहा है। वहीं सहकारी समिति कर्मचारियों की मांगों को जायज बताते हुये प्रभावितों का भी कहना है कि सरकार, शासन-प्रशासन को इस पर जल्द से जल्द निर्णय लेकर कलमबंद हड़ताल को समाप्त करवाया जाना चाहिये।