अशासकीय शैक्षणिक संगठन ने अपनी पांच सूत्रीय मांगो पर छिन्दवाड़ा विश्वविद्यालय के कुलसचिव को सौपा ज्ञापन
सिवनी। गोंडवाना समय।
प्रवेश, परीक्षा एवं आनलाइन पंजीयन में शासकीय अशासकीय का भेदभाव, खत्म करने अपनी 5 सूत्रीय मांगों पर अशैस द्वारा 2 जनवरी 2021 का अपरान्ह छिन्दवाड़ा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. राजेन्द्र मिश्रा को ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर उनसे केवल शासकीय महाविद्यालयों की सीट वृद्धि ना करने गुजारिश की गई। साथ ही अशासकीय महाविद्यालयों को परीक्षा केन्द्र बनाने तथा छात्रों के महाविद्यालय परिवर्तन कर परीक्षा कराने की बात कही गई।
शासकीय/अशासकीय का भेद खत्म करने एवं प्रवेश के समय सत्यापन का अधिकार दिए जाने सहित प्रदेश के सभी अशासकीय महाविद्यालयों में निर्धारित सीटों से अधिक प्रवेश निरस्त किए जाने आवेदन दिया गया। ज्ञातव्य हो कि पूरे प्रदेश में प्रवेश संबंधी शासकीय/अशासकीय महाविद्यालयों की लड़ा़ई अब सड़क पर आ गई, जहॉं अग्रणी महाविद्यालयों एवं कन्या महाविद्यालयों सहित ब्लाक स्तर में महाविद्यालयों में तय सीटों से अधिक वृद्धि कर एडमीशन दिए गये हैं जो सिर्फ परीक्षा की औपचारिकता कर 30:1 के यू.जी.सी. नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।
इस बावत संगठन ने अपनी बातों को कुलसचिव महोदय के समक्ष रखा। ज्ञातव्य हो कि उक्ताशय से प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को अवगत कराया गया है। 6 जनवरी को पूरे प्रदेश में अशासकीय महाविद्यालय बंद रहेंगे।