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फौजी भाइयों ने कहा बहुत अरमान था कि जब भी इस क्षेत्र में जाएंगे तो मातृ शक्ति संगठन से जरूर मिलेंगे और आज मिल भी लिए

फौजी भाइयों ने कहा बहुत अरमान था कि जब भी इस क्षेत्र में जाएंगे तो मातृ शक्ति संगठन से जरूर मिलेंगे और आज मिल भी लिए

फौजी तो इस देश की शान हैं


सिवनी। गोंडवाना समय।

मातृ शक्ति संगठन के देश और सेना के प्रति समर्पण और प्रेम उस दिन साबित हो गया जब संगठन के पास एक फोन आया कि क्या ये मध्यप्रदेश का वही सिवनी है जहाँ मातृ शक्ति नाम का कोई संगठन है, हमारे द्वारा उत्तर दिया गया कि जी यही है सिवनी मध्यप्रदेश का मातृ शक्ति संगठन। फिर उनसे हमारे द्वारा परिचय पूछा गया तब उन्होंने अपना परिचय देते हुए कहा कि हम एक फौजी है और इस संगठन को अच्छे से जानते हैं।


आपके संगठन से मिलना चाहते हैं, हमारी भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा, हमने कहा जरूर आप कहाँ हैं, बताएं हम किसी को लेने भेजते है तब फौजी भाई ने कहा मेंम में अकेला नहीं हूं। हम 20 लोगों की टीम आगरा से कामठी के लिए निकली है। हम सेना के ट्रक में हैं और एक ढाबे के पास खड़े हैं। फिर क्या था संगठन ने दौड़ लगा दी जैसे ही फौज का ट्रक और सेना के जवानों को रोड के किनारे खड़ा देखा, भारत माता के जयकारे शुरू हो गए, जिसमें राहगीरों ने भी खूब साथ दिया। संगठन ने अपना परिचय दिया वो सब सोशल मीडिया में संगठन से जुड़े है। फौजी भाइयों ने कहा बहुत अरमान था कि जब भी इस क्षेत्र में जाएंगे इस संगठन से जरूर मिलेंगे और आज मिल भी लिए।

दुनियाँ का कौन सा ऐसा प्रोटोकॉल है जो भाइयों को बहनों के घर जाने से रोकता है


संगठन ने सेना के अधिकारियों से निवेदन किया कि वो सब हमारे निवास पर स्तिथ कार्यालय जरूर चलें, उन्होंने कहा बहन ये तो हमारे प्रोटोकॉल में नहीं है पर हमने उन्ही से पूछा कि दुनियाँ का कौन सा ऐसा प्रोटोकॉल है जो भाइयों को बहनों के घर जाने से रोकता है। आप लोग हम लोगों के लिए अपनी जिंदगी कुर्वान कर रहे है, बहनों को भी कुछ करने का मौका दीजिये। भाव विभोर हुए अधिकारियों ने इस आमंत्रण को स्वीकार किया और हमारे आॅफिस तक आने की स्वीकृति दी।

सभी फौजी भाईयों की आरती उतारी गई एवं तिलक वंदन किया गया 


संगठन का सौभाग्य है कि हमें इन जांबाज शेरों के लिए कुछ करने का मौका मिला संगठन कार्यालय के गेट पर ही सभी भाईयों की आरती उतारी गई एवं तिलक वंदन किया गया। इस सम्मान को पा कर ये बहादुर जवान भी अपने आँसू नहीं रोक पाए और कहने लगे कि ऐसे संगठन तो हर राज्य हर जिले में होने चाहिए जो हमारे लिए अपने दिलों में इतना सम्मान और प्रेम संजोकर रखे हैं। इन भाइयों द्वारा संगठन को ये विश्वास दिलाया गया कि हम सब अलग अलग जगह पोस्टिंग में चले जायेंगे लेकिन इस संगठन को हर जगह सामने रखेंगे आप सब के साथ बिताया ये छोटा सा समय हम सबको हमेशा ताकत ऊर्जा देता रहेगा और इस सम्मान, प्रेम को हम लोग जीवन के अंतिम क्षणों में भी नही भूल पाएंगे। संगठन के आशीर्वाद विजयी भव: के साथ सभी ने यहाँ से विदाई ली।

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