नगर पालिका सिवनी अध्यक्षों द्वारा विकास के स्वर्णिम इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है नागरिक मोर्चा
नगरीय निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक चर्चा तेज होती जा रही है। नगर पालिका परिषद सिवनी में अध्यक्षों के कार्यकाल के दौरान किये गये विकास कार्योँ की फेहरिस्त में यदि कांग्रेस-भाजपा का ही इतिहास गिनाया जाता है तो नागरिक मोर्चा भी अपना अलग व महत्वपूर्ण स्थान रखता है। नगरीय निकाय यानि नगर पालिका परिषद के चुनाव में वर्तमान में भले ही सत्तारूढ़ राष्ट्रीय दलों का नाम ही नौजवान व आम मतदाताओं के सामने सोशल मीडिया में उभरकर सामने आ रहा हो लेकिन नागरिक मोर्चा भी नगर पालिका परिषद के चुनावी स्थान में महत्वपूर्ण स्थान रखता है एक समय था जब राष्ट्रीय दल कांग्रेस-भाजपा को नागरिक मोर्चा के उम्मीदवार से चुनावी परिणाम में बुरी हार का सामना करना पड़ा था।
सिवनी। गोंडवाना समय।
नगरीय निकाय चुनाव में यदि हम नगर पालिका परिषद सिवनी के इतिहास की यदि हम बात करें तो नागरिक मोर्चा जिसकी स्थापना आज से लगभग 64 वर्ष पूर्व 1956 में हुई थी वही नागरिक मोर्चा नाम अभी भी बुजुर्गों व बुद्धिजीवियों के दिलो दिमाग में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया हुआ है। वहीं यदि हम कांग्रेस-भाजपा व नागरिक मोर्चा के कार्यकाल में बने अध्यक्षों के द्वारा किये गये विकास कार्यों का प्रमाण की बात करें तो नागरिक मोर्चा से अध्यक्ष बने स्व श्री मूल चंद दुबे जी की कार्यकाल में बनी सीमेंट की सड़के आज भी आपको बिना दरार या तिकड़न के आपको सिवनी शहर में देखने को मिल जायेगी, बाकी के यानि की कांग्रेस भाजपा के अध्यक्षों कार्यकाल के दौरान बनी सड़कों का स्वरूप भी दिखाई दे रहा है अब अन्तर समझने का काम सिवनी नगर पालिका क्षेत्र के मतदाताओं का है।
1956 में हुई थी नागरिक मोर्चा की स्थापना
हम आपको बता दे कि नागरिक मोर्चा की स्थापना वर्ष 1956 में आज से लगभग 64 वर्ष पूर्व की गई थी। इसकी स्थापना सिवनी के प्रसिद्ध गांधीवादी नेता स्व श्री नारायणदास गुप्ता जी ने की थी। स्व. श्री नारायणदास जी गुप्ता यू तो एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे लेकिन उन्होंने आजादी के बाद सिवनी शहर के साथ ही जिले में भी समाजवादी राजनीति का रास्ता अपनाया था।
नागरिक मोर्चा के माध्यम से सिवनी शहर के कई नेताओं ने सकारात्मक व जनहित की राजनीति भी किया। जिसमें प्रमुख रूप से मौलाना महमूद हसन, बाबा भाई वकील, स्व सौभाग्यचंद मालू जिनका नाम शहर आज भी सम्मान के साथ लिया जाता है। इन सभी का संबंध नागरिक मोर्चा से रहा है।
डॉ रमनलाल शाह के कार्यकाल में मिली थी पेयजल की सुविधा
हम आपको बता दे कि नागरिक मोर्चा के माध्यम से डॉ रमनालाल शाह वर्ष 1957-58 में सिवनी नगर पालिका के अध्यक्ष बने थे। उसके बाद लगातार दूसरी बार भी नगर पालिका परिषद सिवनी के अध्यक्ष बने थे। उनके कार्यकाल की सबसे अहम और विशेष उपलब्धी यह थी कि उन्ही के कार्यकाल में पहली बार बैनगंगा का पानी सिवनी लाया गया था। इसके साथ ही बबरिया तालाब का पानी भी सिवनी शहर के घर-घर तक जलावर्धन योजना के माध्यम से पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाई गई थी। नागरिक मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में उनके कार्यकाल में और भी विकास कार्य हुये जो सिवनी शहर के लिये बड़ी उपलब्धी मानी जाती है।
स्व मूलचंद दुबे के कार्यकाल आज भी है प्रमाण
सिवनी नगरपालिका परिषद में अध्यक्षों के कार्यकाल की यदि हम बात करें तो कांग्रेस भाजपा के कार्यकाल के साथ ही वर्ष 2000 में स्व श्री मूलचंद दुबे जी नगर पालिका के अध्यक्ष नागरिक मोर्चा से बने। उस दौरान नगर पालिका का चुनाव निर्धन और संपन्न उम्मीदवारों के बीच हुआ था।
जिसमें मुल्लु दादा के नाम से प्रसिद्ध जमीन से जुड़कर जनहित व सकारात्मक राजनीति करने वाले स्व. श्री मूलचंद दुबे जी ने चुनाव में कांगे्रेस और भाजपा को मतदातााओं के वोट प्राप्त करने के लिये तरसा दिया था। सबसे बड़ी बात यह है कि स्व श्री मूलचंद दुबे जी का कार्यकाल मात्र डेढ़ वर्ष का रहा लेकिन उनके कार्यकाल में विकास का स्वरूप भेदभाव रहित था। ऐसा इसलिये क्योंकि स्व. श्री मूलचंद दुबे जी के कार्यकाल के दौरान सेठों के घरों के सामने वाली सड़क-नाली बनी थी तो निर्धनों की आबादी वाला क्षेत्र आदिवासी टोला क्षेत्र में सीमेंट की सड़क बनवाया था।
स्व श्री मूलचंद दुबे जी की कार्यकाल के दौरान बनी सीमेंट की सड़क में दरार व तिड़कन आज भी नहीं आई है भले ही विकास कार्य के नाम से सड़क को खोदा गया हो यह बात अलग है। ऐसे और भी विकास के कार्य है जो स्व श्री मूलचंद दुबे जी के कार्यकाल के दौरान नगर विकास में आज भी प्रमाण बने हुये है।
उनके जैसा और जमीन से जुड़ा हुआ नगर पालिका परिषद सिवनी में पुन: अध्यक्ष बने आज भी उम्मीद से याद किया जाता है। नगर पालिका परिषद सिवनी का अध्यक्ष के रूप में शहर के विकास को लेकर अच्छी जिम्मेदारी निभाने वाले नेता हुये है और उनकी प्रतिभा पर आज भी विश्वास करते हुये यह उम्मीद लगाये हुये है क्या ऐसे अध्यक्षा सिवनी नगर पालिका परिषद सिवनी को कभी मिल पायेंगे।