सरकारी दफतरों में भ्रष्टाचार का बोलबाला की पुष्टि कर भाजपा विधायक ने लगा दी मोहर-आप
गुण वत्ता मानकों की जाँच के बाद खरीदी धान तो किसान नहीं जिम्मेदार
सिवनी। गोंडवाना समय।
ये कैसे हो सकता है मानकों के आधार पर धान की खरीदी हुइर्,ं तुलाई हुई, पैकिंग ट्रांसपोर्टिंग तक हो गई और फिर वहाँ से वापस हो गई। भ्रष्टाचार से परेशान इस देश की मालिक जनता ने देश की सबसे बड़ी पार्टी का सफाया ही भ्रष्टाचार से निजात पाने के मुद्दे पर किया था और भाजपा को भारी बहुमत से लाया था पर सत्ता तो बदल गयी पर व्यवस्था नहीं बदल पायी।
सरकारी दफ्तरों में कुछ एक देश प्रेमी अधिकारी कर्मचारियों को छोड़ सब खाना पूर्ति कर जिम्मेदारी से टंटा छूड़ाने में लगे होते है। सरकारी दफ़्तरों में भ्रष्टाचार का बोल बाला है जिसकी पुष्टि स्वंय भाजपा के निर्वाचित विधायक श्री राकेश पाल ने कर मोहर लगा दी।
जिले का किसान इन दिनों परेशानी झेल रहा है, एक उपज के दाम नहीं मिल रहे खाद-बीज बिजली पानी की किल्लत है तो सरकार द्वारा लाये तीन कृषि अध्यादेश कानून बन गए है जो किसानों को भय व चिंता में डाले हुए है। अतिबर्षा कोरोंना महामारी जैसे संकट काल से पीड़ित किसान सरकार की लचर व्यवस्था से आहत है उसे जबरन परेशान किया जा रहा है।
किसानों के बुलावे पर कान्हीवाड़ा पहुँचे आप के जिलाध्यक्ष
भोमा कान्हीवाड़ा की सहकारी समितियों द्वारा किसानों से खरीदी गई 16 ट्रक धान वेयरहाउस से वापस समितियों को भेजें जाने की खबर फैलते ही कान्हीवाड़ा, भोमा में किसान विरोध प्रदर्शन के आतुर हो गए इसकी खबर लगते ही आप के पदाधिकारी जिला अध्यक्ष दुर्गेश विश्वकर्मा, जिला उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह सनोडिया, अनीस खान सहित अन्य कार्यकर्ता कान्हीवाड़ा पहुँचे।
जहाँ सैम्पल जाँच अधिकारी से किसानों के पक्ष में बात की और पूरा मामला को समझा, जाँच अधिकारी जो किसानों की अनुपस्थिति में धान के सैम्पल के पास फैल का खेल रहे थे, आप के विरोध के बाद किसानों के समक्ष जाँच को तैयार हुए। आप कार्यकर्ता पदाधिकारियों की किसानों से बातचीत पर जब पूरे मामले को समझा तो आप कार्यकतार्ओं को भारी साजिश दिखाई दी ।
पीड़ित किसानों के साथ ऐसे अन्याय की पुनरावृत्ति ना हो
उक्त मामले में आप के जिला अध्यक्ष दुर्गेश विश्वकर्मा ने बताया कि धान की खरीदी प्रायवेट कम्पनी को सौप दी गई है, उपज तुलाई के पूर्व कुशल सर्वेयर द्वारा गुणवत्ता मानकों का परीक्षण कर ही सुनिश्चित की जाती है ना कि भंडारण के समय और यदि ऐसा हो रहा है तो इसका जिम्मेदार खरीदी अधिकारी होते है ना कि किसान। यहां किसानों को परेशान करना बिल्कुल अनुचित व गलत है।
ऐसी पुनरावृत्ति अन्य खरीदी केंद्रों में ना हो इसके लिए जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को आदेशित किया जाना चाहिए। वहीं किसानों को कोई कठिनाई ना हों परेशानियों को दृष्टि गत रखते हुए ध्यान दिया जाना चाहिए। केवलारी के निर्वाचित विधायक श्री राकेश पाल कमीशन के खेल में धान वापस हुई है तो जाँच करवाएं व दोषियों को जेल भेजें यह आप जैसे चुने हुए जनप्रतिनिधि की नैतिक जिम्मेदारी व कर्तव्य है। पीड़ित किसानों के साथ ऐसे अन्याय की पुनरावृत्ति ना हो। आम आदमी पार्टी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में जिला मीडिया प्रभारी राजेश पटेल ने माँग की है।