भवानी चौक में सीसीटीवी कैमरा व पोल लगने से पुलिस प्रशासन की होगी सीधी नजर
पत्रकार संदीप लाहोरिया ने पुलिस प्रशासन को क्षेत्र की स्थिति से अवगत कराकर रखी मांग
सिवनी। गोंडवाना समय।
दुर्घटना एवं असमाजिक तत्वों के द्बारा अप्रिय घटना को अंजाम देने पर नजर रखने हेतु, नागरिकों की सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था हेतु भवानी चौक, टैगोर वार्ड में सी.सी.टी.व्ही. कैमरा एवं पोल स्थापित करने से सिवनी नगर के चौक चौराहे की तरह जिला पुलिस प्रशासन की सीधी नजर भवानी चौक में होगी। उपरोक्त गंभीर विषय पर संदीप लाहोरिया संपादक वाल्मीकि सारांश समाचार पत्र एवं निवासी टैगोर वार्ड द्वारा जनहित में पुलिस प्रशासन के नाम 8 दिसंबर 2020 दिन मंगलवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को आवेदन देते हुये मांग किया है।
भवानी चौक से होकर जाते है 4 रास्ते
हम आपको बता दे कि सिवनी शहर के प्रसिद्ध मंदिर काली चौक के पीछे, भवानी चौक टैगोर वार्ड व गांधी वार्ड का संगम भवानी चौक में होता है। इसके चारो तरफ से 4 रास्ते है, जो कि एक भवानी मंदिर, सूफी साहब की दरगाह, मस्जिद की ओर जाता है और ये सभी रास्ते भवानी चौक से होकर ही जाते है।
शैक्षणिक संस्थान भी है संचालित
वहीं पुलिस प्रशासन को दिये गये संदीप लाहोरिया द्वारा आवेदन में उन्होंने भवानी चौक के क्षेत्रिय स्थिति से अवगत कराते हुये उल्लेख किया है कि भवानी चौक से भारत रत्न हायर सेकंडरी स्कूल, ज्ञान गंगा पैरामेडिकल कॉलेज ये सभी शैक्षणिक संस्थानों में आने जाने के लिए भी ये ही एक मात्र रास्ता हैं जो कि भवानी चौक से ही होकर जाता है।
सड़कों पर बना रहता है यातायात का दबाव
जनसख्ंया का घनत्व अधिक होने व रहवासी क्षेत्र के कारण हमेशा भवानी चौक में चारों सड़कों पर दोपहिया वाहन, चौपहिया वाहन व पैदल चलने वालों का आवागमन अधिक होता है। इसके चलते कई बार तीव्र गति से वाहनो के चलाये जाने पर दुर्घटनाएं भी होती रहती है। जिसके कारण अनावश्यक वाद-विवाद की स्थिति निर्मित होती है और क्षेत्र में अशांति का माहौल बनता है।
शांति व्यवस्था के साथ दुघर्टनाओं की होगी रोकथाम
भवानी चौक के आसपास की भौगोलिक व जनसंख्या के घनत्व के कारण यह क्षेत्र अति संवेदन शील के रूप में स्थान रखता है। वहीं आसपास शैक्षणिक संस्थान होने के कारण विशेषकर छात्रायें के लिये सुरक्षा की दृष्टि भवानी चौक मे सी.सी.टी.वी. कैमरा एवं पोल स्थापित होने से अनावश्यक होने वाली दुर्घटनाओं के साथ साथ असमाजिक तत्वों की कार्यप्रणाली पर रोकथाम में सहायक सिद्ध होगी।