बारदाना आ गया लेकिन धान की तुलाई बंद, उगली खरीदी केंद्र के चक्कर लगा रहे किसान
परिवहन की धीमी गति से सोमवार के बाद होगी धान की खरीदी
अजय नागेश्वर संवाददाता
उगली। गोंडवाना समय।
शासकीय धान उपार्जन केंद्र उगली में बारदाना खत्म होने से पिछले दो-तीन दिनों से धान की तौल ठप पड़ी हुई थी। वहीं बीते मंगलवार को ही बारदाने उपलब्ध नहीं होने पर उगली के धान खरीदी केंद्र पर किसानों ने नाराजगी जताया था। किसानों की धान पिछले दो-तीन दिनों से मैदान में रखी हुई है। बारदाना न होने से धान को बोरो में नहीं भरा जा रहा था और तौल भी नहीं हो पा रही थी।
किसानों को बिचौलियों के शोषण से बचाने के लिए सरकार के द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही है लेकिन धान खरीदी केंद्र उगली में बारदाना पिछले दो-तीन दिनों से खत्म हो जाने से किसानों में आक्रोश व्याप्त था। वही गुरुवार को बारदाना शासकीय उपार्जन केन्द्र उगली में आ तो गया था लेकिन धान खरीदी तुलाई आदि उगली में गुरूवार को भी बंद रही।
समय पर परिवहन न होने से मैदान में लगा धान का ढेर
वहीं उगली खरीदी केंद्र के जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि सोमवार तक धान खरीदी नहीं की जाएगी क्योंकि खरीदी हुई धान का ढेर पहले से ही मैदान में लगा हुआ है। ये धान संभवतय: सोमवार तक परिवहन के माध्यम से चला जाएगा उसके बाद ही खरीदी की जाएगी। बारदाने की उपलब्ध पर्याप्त न होना एवं परिवहन समय पर नहीं होने से किसानों के मन में सरकार-शासन-प्रशासन के प्रति गलत संदेश जा रहा है। इसका उदाहरण जिले के केवलारी विकासखंड अंतर्गत धान खरीदी केंद्र उगली में देखने को मिल रहा है।
रात में बोरी से सीधे धान पलटाने का चल रहा खेल
वही कुछ किसानों का कहना है कि उगली धान खरीदी केंद्र में कमीशन का खेल भी चल रहा है। किसानों को एसएमएस के आधार पर नहीं मुंह देखकर भी काम किया जाने का आरोप कुछ किसानों के द्वारा लगाया गया है। जबकि कड़कड़ाती ठंड में सुबह से लेकर शाम तक अन्नदाता अपनी धान की फसल बेचने के लिए परेशान हो रहे हैं। फिर भी उनकी धान तौली नहीं जा रही है। वहीं किसानों ने बताया कि बीते मंगलवार की रात लगभग 8 बजे बोरी की बोरी धान पलटकर खरीदी की गई है। जबकि धान खरीदी का समय सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक है। इस संबंध में जब हमारे संवाददाता ने उगली धान खरीदी केंद्र प्रभारी से पूछा तो उन्होंने बताया कि किसानों का ये आरोप व शिकायत झूठ है, ऐसा कुछ नहीं हुआ है।