मानकस्तर की ही धान खरीदी के खरीदी प्रभारियों को दिए निर्देश
उपार्जन केन्द्रों का औचक निरीक्षण कर उपार्जित धान की गुणवत्ता व अन्य व्यवस्थाओं का कलेक्टर ने लिया जायजा
सिवनी। गोंडवाना समय।
खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 अंतर्गत जिले में 101 धान उपार्जन केन्द्र स्थापित कर पंजीकृत किसानों से धान खरीदी की जा रही है। सिवनी जिले में धान उपार्जन व्यवस्था खरीदे जा रहे धान की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग द्वारा सभी खरीदी प्रभारियों को शासन द्वारा निर्धारित मानक गुणवत्ता के ही धान खरीदी के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके साथ ही गुणवत्ता की जाँच हेतु सर्वेक्षण दल का गठन किया गया है। जो औचक रूप से खरीदी व भण्डारण केन्द्रों का निरीक्षण कर उपार्जित धान गुणवत्ता कर रहा है।
उपार्जित स्कंध की गुणवत्ता मानक का स्वयं अवलोकन करते हुए दिये आवश्यक दिशा निर्देश
कलेक्टर डॉ फटिंग द्वारा भी उपार्जन केन्द्रों में सुव्यवस्थित रूप से मानकस्तर की ही धान खरीदी सुनिश्चित किए जाने हेतु खरीदी केन्द्रों का औचक रूप से निरीक्षण किया जा रहा है। जिसमें कलेक्टर डॉ फटिंग द्वारा गुरूवार 3 दिसम्बर 2020 को खरीदी केन्द्र गोपालगंज, नरेला, मोहगांव तथा दरासीकलॉ का औचक निरीक्षण कर उपार्जन केन्द्र की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया गया। उन्होंने इन केन्द्रों में उपार्जित स्कंध की गुणवत्ता मानक का स्वयं अवलोकन करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश उपस्थित अधिकारियों तथा केन्द्र प्रभारियों को दिए। उन्होंने समिति प्रभारी को खरीदी केन्द्र में सभी आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता के साथ ही किसानों की सुविधा जैसे बैठक व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही वर्तमान परिपेक्ष्य में कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए सभी सुरक्षात्मक उपायो को अपनाने हेतु निर्देशित किया।
धान को सुखाकर व साफ करने के उपरांत ही उपार्जन केन्द्र लाने की अपील
कलेक्टर डॉ फटिंग द्वारा खरीदी केन्द्र में उपस्थित किसानों से चर्चा भी की। उन्होंने कृषकों से अपनी धान को सुखाकर व साफ करने के उपरांत ही उपार्जन केन्द्र लाने की अपील करते हुए कहा गया कि सभी कृषक एसएमएस प्राप्ति उपरांत अपनी सुविधानुसार एक सप्ताह के भीतर उपार्जन केन्द्र पहुंचकर अपनी फसल को उपार्जित करें, शासन द्वारा निर्धारित मानकस्तर की सूखी, साफ-सुथरी धान को खरीदी केन्द्र में तत्काल उपार्जित कर भुगतान की कार्यवाही की जाएगी। अत: कृषक मानकस्तर की ही धान लेकर उपार्जन केन्द्र पहुंचे ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। कलेक्टर डॉ फटिंग द्वारा धान भण्डारण केन्द्र नरेला गोदाम का भी निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। उन्होंने भण्डारित धान की गुणवत्ता, रखरखाव व्यवस्था का अवलोकन कर अन्य आवश्यक निर्देश उपस्िथत अधिकारियों को दिए।