खाद्य मंत्री के आदिवासी बाहुल्य गृह जिले में किसानों ने रामयश शर्मा को किया पुलिस के हवाले
रामयश शर्मा पर फूटा किसानों का आक्रोश, संस्था से निकाल, पैदल ले गये पुलिस थाना
जांच में 4 करोड़ रुपये का गबन करना सिद्ध पाया गया था
अपने ही हस्तलिपि से अपना प्रमोशन कर प्रबंधक बना गये थे रामयश शर्मा
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति राजेन्द्रग्राम का है मामला
बृजेन्द्र सोनवानी
पुष्पराजगढ़। गोंडवाना समय।
लैम्पस राजेन्द ्रग्राम के किसानों ने विगत कुछ दिन पूर्व ही अनूपपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर गबन खयानत 420 का आरोपी रामयश शर्मा को राजेन्द्र ग्राम लैैम्पस में ज्वाईन न कराने व प्रभार न दिये जाने की मांग की गई थी परंतु रामयश शर्मा लगातार संस्था मे आकर किसानों को बरगलाने का काम कर रहा था। खाद्य मंत्री श्री बिसाहुलाल सिंह के गृह जिले में किसानों ने नाराज होकर एवं जयस संगठन का आक्रोश फूट गया और सभी किसान रामयश शर्मा को संस्था से निकालकर सड़क से पैदल ले जाकर पुलिस के हवाले कर दिया।
5 सूत्रीय मांग को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
जयस संगठन एवं समस्त उपस्थित किसानों ने सामूहिक रुप से रामयष षर्मा के द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की जांच एवं तत्काल गिरफतारी को लेकर कलेक्टर अनूपपुर के नाम एसडीएम पुष्पराजगढ़ को 5 सूत्रीय मांग एवं 2 दिन के अंदर गबन खयानत के आरोपी के खिलाफ कार्यवाही किये जाने का अल्टीमेटम दिया गया और कहा गया कि यदि शीघ्र ही कार्यवाही नहीं की जाती तो बाध्य होकर हम सभी उग्र आंदोलन करने के लिये बाध्य होंगे।
इन मुद्दों पर की गई कार्यवाही की मांग
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति राजेन्द्र ग्राम में विगत 10 वर्षों से रामयश शर्मा प्रभारी प्रबंधक बनकर गरीब आदिवासी भोले भाले किसानों का शोषण कर अत्याचार कर रहा है। जबरन अंगूठा दस्तखत करवाकर उनके नाम ऋण स्वीकृत कर ऋण की राशि हड़प लेता है एवं किसानों के पट्टे जप्त कर लेता है। मुख्यमंत्री द्वारा 2 लाख तक के किसानों का ऋण माफ कर देने के बाद भी इनके द्वारा किसानों से जबरन वसूली कर खातों में पोस्टिंग ना करके पूरा पैसा हड़प लिया गया है जिसकी जांच कमेटी बनाकर जांच कराई जाय।
पूर्व में विधानसभा मे गूंजा था मामला
इनके द्वारा पूर्व में खाद्यान की कालाबाजारी की गई थी जिसकी जांच कमेटी द्वारा जांच कर खाद्यान की हेरा फेरी करना सिद्ध पाया गया था। जिस पर तात्कालिक एसडीएम राहुल फटिंग हरिदास (आईएएस) द्वारा बिभाग से संबंधित उच्च अधिकारियों को पत्र भेज कर कार्यवाही की अनुशंसा की गई थी एवं पुष्पराजगढ़ विधायक श्री फुन्देलाल सिंह द्वारा विधानसभा प्रश्न भी उठाया गया था। जिस पर बिभागीय मंत्री द्वारा तत्काल हटाये जाने का आदेश किया था परंतु रामयश शर्मा अपने रसूक के दम पर राजनैतिक पकड़ बनाकर लैम्पस प्रबंधक पद पर बने रहे जबकि रामयश शर्मा का मूल पद है जिन्हें सिर्फ फील्ड में वसूली व ऋण वितरण के लिए रखा गया था। जिसमें कूटरचित कर समस्त दस्तावेजो में अपने ही हस्तलिपि से अपना प्रमोशन कर प्रबंधक बना हुआ है। जिसे संस्था से बाहर किया जाए।
जांच कमेटी द्वारा सिद्ध पाया गया आरोप
रामयश शर्मा के बिरुद्ध लगातार भ्रष्टाचार की शिकायत पर संयुक्त आयुक्त सहकारिता ने कमेटी बनाकर उक्त सभी मामलों की जांच कराई गई जिस पर कमेटी द्वारा 12 की रिपोर्ट सौंपी गई। जिस पर इनके द्वारा संस्था में लगभग 04 करोड़ रुपये का गबन खयानत करना सिद्ध पाया गया जिसके आधार पर कलेक्टर अनूपपुर द्वारा पत्र क्रमांक 2665 दिनांक 04.07.2020 संबंधित बिभाग को पत्र जारी कर पुलिस प्रकरण तैयार कराने के लिए आदेशित किया गया। जिस पर राजेंद्रग्राम लैम्पस प्रबंधक रघुनाथ सिंह द्वारा राजेन्द्रग्राम पुलिस थाने में धारा 420 का आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कराया गया, जो अभी भी माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है परंतु रामयश शर्मा पुन: राजेन्द्रग्राम संस्था में जबरन घुसकर लैम्पस प्रबंधक रघुनाथ सिंह एवं उपस्थित कर्मचारियों को कार्य नही करने दे रहा है और कहता है मुझे प्रभार दो नही तो तुमको भी काम नहीं करने दूंगा और धान खरीदी कार्य को प्रभावित कर रहा है। जिसकी लिखित शिकायत 10 दिसम्बर को उपार्जन केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर को समस्त किसानों द्वारा सौपा गया था। जिस पर कलेक्टर द्वारा प्रशासक डी आर कुवेर्ती को रामयश शर्मा को संस्था में ज्वाइन न कराने एवं प्रभार न दिये जाने का मौखिक आदेश देकर किसानों को आश्वस्त किया गया था परन्तु रामयश शर्मा अभी भी राजेन्द्रग्राम संस्था में जबरन घुसकर किसानों को बरगला रहे थे और शासकीय कार्य प्रभावित कर रहे थे जिसपर तत्काल रोक लगाये जाने की मांग किसानों द्वारा की जा रही थी।
शीघ्र खाली कराया जाय संस्था के नाम आरक्षित दुकानें
रामयश शर्मा संस्था के नाम आरक्षित 4 दुकाने बगैर नीलामी कराये अपने पुत्र व परिवार के सदस्यों के नाम एलाट कर भीतरी दीवार तोड़ कर अपनी निजी टीव्हीयस मोटर सायकल की एजेंसी खोल रखा है। जिसकी जांच कर शीघ्र खाली करायी जाकर क्षतिपूर्ति वसूली की जाय।
करोड़ों की अकूत समपत्ति की गई है अर्जित
विगत 05 वर्ष पहले तक इनके परिवार का नाम गरीबी रेखा में जुड़ा हुआ था। इनके द्वारा संस्था का एवं किसानों की धरता राशि हड़प कर 05 वर्षो में अपने सगे संबंधियों के नाम राजेन्द्रग्राम अनुपपुर में आलीशान डबल स्टोरी मकान 04 ट्रक एवं करोड़ो की अकूत सम्पत्ति अर्जित कर रखी है जिसकी निष्पक्षता से जांच कराई जाय।