हादसों को आमंत्रण दे रहा बैनगंगा नदी पर बना पुल, शासन-प्रशासन को भी है बड़े हादसे का इंतजार
सिवनी मुख्यालय से लगभग 4 किलोमीटर की दूर पर सिवनी से छिंदवाड़ा सड़क पर बने बैनगंगा नदी के पुल में गड्डे आये दिन हादसे का कारण बन रहा हैं। हम आपको बता दे कि वैसे भी वह पुल का निर्माण में कई खामियां प्रारंभ में ही थी लेकिन घर पर बैठकर नक्शा बनाने वाले तकनीकि अधिकारियों से धरातल में कौन जीत सकता है। यदि हम बैनगंगा पर बने पुल को देखे या आवागमन के दौरान देखें तो वह घुमावदार या मोड़नुमा दिखाई देता है, जबकि पुल सीधी दिशा में बनना चाहिये ऐसा वे बुजुर्ग बताते है जिन्होंने इंजिनियरों से पहले जंगलों, ग्रामीण से शहर बने क्षेत्रों में पगडंडियों को निकाला तो सड़क व पुल-पुलिया का निर्माण तकनीकि इंजिनियरों के द्वारा किया जा रहा है मतलब यह है कि यदि पगडंडी बुजुर्ग नहीं निकालते तो सड़क बनाना इंजिनियरों के लिये आज भी असंभव होता।
पुल निर्माण में गड्डे उगल रहे भ्रष्टाचार का सच
हम आपको बता दे कि बैनगंगा नदी पर बने पुल में 2-3 गढ्ढे हो गए हैं जिसके कारण आवागमन करने के दौरान आए दिन हादसे हो रहे हैं। पुल निर्माण में हुए भ्रष्टाचार का सच पुल खुद-ब-खुद उगल रहा है। वहीं इस मामले में संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारी संज्ञान तक नहीं ले रहे है। पिछले 2 सप्ताह से इसी जगह में एक के बाद एक 4 से 5 लोग हादसे का शिकार हुए हैं। फिर भी शासन-प्रशासन बैनगंगा नदी सिवनी-छिंदवाडा़ रोड़ के ऊपर बने पुल के गड्ढे को ठीक करने के लिए प्रयासरत नहीं है एवं बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं।
प्रतिदिन हजारों लोग आवागमन करते है
हम आपको बता दें भमोड़ी (सिवनी- छिंदवाड़ा) रोड़ बैनगंगा नदी के ऊपर बने पुल से प्रतिदिन हजारों लोगो का आवागमन होता है। आवागमन करने वाले राहगीरों के साथ कब कोई बड़ा हादसा हो जाए इसकी कोई गारंटी नहीं है। सिवनी छिंदवाड़ा ही नहीं जबलपुर की ओर से आवागमन करने वाले अधिकांश वाहनों का आवागमन होता है।