छिन्दवाड़ा, सतना, कटनी, जबलपुर, में इनलैण्ड कन्टेनर डिपो की स्थापना का सुझाव
औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव ने दिया सुझाव
भोपाल। गोंडवाना समय।
औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव ने प्रदेश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिये चार स्थलों सतना, कटनी, जबलपुर, छिन्दवाड़ा में इनलैण्ड कन्टेनर डिपो की स्थापना का सुझाव केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री के साथ बैठक में दिया। मंत्री श्री दत्तीगाँव ने कहा कि मध्यप्रदेश लैण्डलाक्ड राज्य है तथा मध्यप्रदेश से निर्यात के लिये बन्दरगाहों की दूरी अधिक है, ऐसी स्थिति में निर्यात को बढ़ावा देने के लिये उद्योगपतियों की सुविधा की दृष्टि से प्रदेश के पूर्वी व दक्षिणी भाग में इनलैण्ड कन्टेनर डिपो की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसे दृष्टिगत रखते हुए केन्द्र से उक्त चार स्थानों पर इनलैण्ड कन्टेनर डिपो की स्थापना का प्रस्ताव है।
प्रदेश के पूर्वी व दक्षिणी भाग में इनलैण्ड कन्टेनर डिपो का अभाव
मंत्री श्री दत्तीगाँव ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के सभी 7 इनलैण्ड कन्टेनर डिपो उत्तरी व पश्चिमी भाग स्थापित हैं। इनमें पीथमपुर, मण्डीदीप, मालनपुर, रतलाम, पवारखेड़ा, धन्नड़ व टिही शामिल हैं। लेकिन प्रदेश के पूर्वी व दक्षिणी भाग में इनलैण्ड कन्टेनर डिपो का अभाव है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश लैण्ड लाक्ड राज्य होने से निर्यात को बढ़ावा देने केलिये पूर्वी व दक्षिणी भाग में भी इनलैण्ड कन्टेनर डिपो की स्थापना की आवश्यकता है। प्रदेश के पूर्वी व दक्षिणी भाग में खाद्य प्रसंस्करण तथा टैक्सटाइल के क्षेत्र में निर्यात की काफी संभावनाएँ हैं। इन क्षेत्रों में इनलैण्ड कन्टेनर डिपो की स्थापना से न केवल प्रदेश से नये निर्यात की संभावनाएँ बढ़ेंगी, बल्कि प्रदेश की लाजिस्टिक क्षमता का भी विस्तार होगा। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश राज्य लैण्डलाक्ड राज्य होने से यहाँ बन्दरगाह की सुविधा उपलब्ध नहीं है ऐसी स्थिति में निर्यात को बढ़ावा देने के लिये इनलैण्ड कन्टेनर डिपो की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। निर्यातकों को इनलैण्ड कन्टेनर डिपो में निर्यात के लिये सभी आवश्यक आधारभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं।