कृषि कानूनों में 8 मुद्दों पर संशोधन के प्रस्ताव को किसान नेताओं ने ठुकराया
केंद्र सरकार के पास किसान नेताओं के सवालों का नहीं था कोई जवाब
5 दिसंबर को अगले दौर की होगी बातचीत
नई दिल्ली। गोंडवाना समय।
आज विज्ञान भवन में किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत हुई। गुरूवार की मीटिंग में किसान नेताओं ने 3 कृषि कानूनों की सभी खामियों को गिनवाया, केंद्र सरकार के पास किसान नेताओं के सवालों का कोई जवाब नहीं था।
उसके बाद केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों में 8 मुद्दों पर संशोधन हेतु विचार करने का प्रस्ताव रखा जिसे किसान नेताओं ने ठुकरा दिया और किसान नेता कृषि कानूनों को रद्द करवाने और एमएसपी गारंटी कानून बनवाने की माँगों पर अड़िग रहे।
शुक्रवार को सुबह 11 बजे सभी किसान नेताओं की बैठक सिंघु बॉर्डर पर होगी जिसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी। 5 दिसंबर को किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच विज्ञान भवन में 2 बजे अगले दौर की बातचीत होगी।
मीटिंग में ये रहे मौजूद
गुरूवार को अयोजित मीटिंग में किसानों के प्रतिनिधमंडल में जगजीत सिंह दल्लेवाल, शिव कुमार कक्काजी, गुरनाम सिंह चढूनी, बलबीर सिंह राजोवाल, राकेश टिकैत, डॉ दर्शनपाल, जोगिंदर सिंह उग्रहाना, कुलवंत सिंह संधू, हरपाल चौधरी, ऋषिपाल अम्बावता, बूटा सिंह, बलदेव सिंह निहालगढ़, निरभाई सिंह, रुलदू सिंह मानसा, मेजर सिंह पुन्नावल, इंदरजीत सिंह, हरजिंदर सिंह टांडा, गुरबख्श सिंह बरनाला, सतनाम सिंह पन्नू, कंवलप्रीत सिंह पन्नू, मंजीत सिंह राय, सुरजीत सिंह फूल, हरमीत सिंह, सतनाम सिंह सहानी, बोध सिंह मानसा, बलविंदर सिंह औलख, सतनाम सिंह बेहरु, बूटा सिंह सादीपुर, बलदेव सिंह सिरसा, जगवीर सिंह टांडा, मुकेश चंद्रा, सुखपाल सिंह डाफर, हरपाल सांगा, बलदेव सिंह मियांपुर, कृपाल सिंह नाथुवाला, परमिंदर सिंह पालमजरा, प्रेम सिंह भंगू, किरणजीत शेखों, हनानमौला, अक्षय कुमार, कविता कुरुगंते, अभिमन्यु कोहाड़ मौजूद रहे।