बीमा लाभ वंचित किसानों व 5000 स्कूलों को बंद नहीं करने की मांग को लेकर बदनावर जयस ने सौंपा ज्ञापन
बदनावर जयस द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन
बदनावर। गोंडवाना समय।
बदनावर जयस द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एसडीएम बदनावर को ज्ञापन सौपा। ज्ञापन एसडीएम के रीडर श्री द्विवेदी द्वारा प्राप्त किया। ज्ञापन में मुख्य समस्या किसानो को फसल बीमा का लाभ नहीं मिलना। जिसके बखतगढ़ सोसायटी के सदस्यों सहित कई किसान वर्ष 2019 के फसल बीमा लाभ से वंचित हो गए है । इस सम्बंध में जांच करवाकर पात्र किसानों को लाभ दिया जावे। इसके साथ ही बीमा लाभ से वंचित होने पर सर्वे उपरांत सही रिपोर्ट प्रदान नहीं प्रदान करने वाले अधिकारियों के साथ साथ बीमा राशि नहीं काटने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की गई।
शिक्षा का स्तर काफी गिर जायेगा
वहीं दूसरी मांग हाल ही में मध्यप्रदेश शासन द्वारा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में लगभग 5000 स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया। जिसे बंद नही करने हेतु शासन से अनुरोध किया। अगर आदिवासी विकासखण्डों में 5000 स्कूल बंद होते है तो आदिवासी समुदाय के बच्चे शिक्षा से वंचित होकर ज्यादा दूरी वाले स्कूलों में पढ़ने नही जा पाएंगे। जिससे शिक्षा का स्तर काफी गिर जाएगा।
पक्का मकान तोड़ने वाले गरीब परिवार को मुआवजा व मकान बनाकर दिया जाये
तीसरी मांग हाल ही गत दिनों में ग्राम कंकराज में एक अनुसूचित जाति वर्ग के मालवीय समाज के परिवार का पक्का मकान प्रशासन द्वारा अतिक्रमण में ढहा दिया गया। जिससे उक्त परिवार परेशान होकर डरा हुआ है। प्रशासन द्वारा हॉस्पिटल निर्माण को लेकर अतिक्रमण हटाया गया है। जबकि मौके पर आजु बाजू में अन्य मकान बने हुए है। जिन्हें अतिक्रमण में नही हटाकर अंतिम पंक्ति में खड़े वर्ग के परिवार वाले के मकान को अतिक्रमण के रूप में हटाना समझ से परे है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन द्वारा राजनीतिक द्वेषता एवं दबंगों के कहने पर उक्त मकान का अतिक्रमण हटाया है।
जिसके सम्बन्ध में जयस द्वारा उक्त परिवार को अन्य सरकारी भूमि पर जमीन दिलाने एवं पक्के मकान तोड़ने पर हुए नुकसान हेतु शासन से मुआवजा दिलाने की मांग की गई है। वहीं ज्ञापन का वाचन सन्तोष मुनिया ने किया। इस अवसर पर पीड़ित परिवार सहित जयस के युवा भेरूलाल वानिया, कमलेश परमार, कन्हैयालाल मुनिया, भेरूलाल वसुनिया, ईश्वर, गोकुल, मोहनलाल, सत्यनारायण डावर, पन्नालाल रमेश सहित बड़ी संख्या में समुदाय के लोग उपस्थित थे । जानकारी धर्मेन्द्र मुनिया जयस द्वारा दी गई।