खाद्य मंत्री बिसाहूलाल के गृह जिले में 4 करोड़ गबन का आरोपी रामयश शर्मा के संस्था में पहुँचते ही किसानों ने जताया विरोध, नहीं हटाया तो करेंगे उग्र आंदोलन
ब्यूरो चीफ बृजेन्द्र सोनवानी
अनुपपुर/राजेन्द्रग्राम। गोंडवाना समय।
मध्य प्रदेश शासन के खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह के गृह जिले में पुष्पराजगढ़ आदिम जाति सेवा सहकारी समिति राजेन्द्र ग्राम में विगत 10 वर्षों से अंगद की तरह पैर जमाये बैठे तात्कालीक लैम्पस प्रबंधक जिन्होंने संस्था का लगभग 4 करोड़ रुपये गबन किया है। जिनके विरूद्ध राजेन्द्रग्राम थाने में 420 का आपराधिक प्रकरण भी दर्ज है एवं सम्माननीय उच्च न्यायालय में मामला विचाराधीन है। जिनके द्वारा वित्तीय अनियमितता किये जाने पर उन्हें निलंबित कर उनसे वित्तीय प्रभार छीन लिया जाकर अनूपपुर कलेक्टर के पत्र क्रमांक 2665 दिनांक 04/07/2020 के तहत आरोपी रामयश शर्मा के विरूद्ध पुलिस प्रकरण कायम कराया गया था। जिन्होंने अपने राजनैतिक रसूख के दम पर पुन: राजेन्द्र ग्राम लैम्पस में पहुँचकर गबन के कार्यों पर पर्दा डालने के उद्देश्य से अपनी पैठ बनाना शुरू कर दिया है।
किसानों ने दिया उग्र आंदोलन की चेतावनी
संस्था में कदम रखते ही रामयश शर्मा के विरूद्ध किसान लामबन्द होकर किसान विरोधी आरोप लगाते हुए जिंदाबाद-मुदार्बाद के नारों के साथ शोर मचाने लगे और रामयश शर्मा को हटाये जाने की मांग करने लगे। विरोध कर रहे किसानों ने बताया कि रामयश शर्मा द्वारा मुख्यमंत्री के द्वारा किसानों के ऋण माफ कर देने के बाद भी किसानों से कर्ज की राशि वसूल कर संस्था में जमा नहीं किया। इसके साथ ही हम किसानों की धरता राशि की भी हेराफेरी कर ली गई है। हमारे पट्टे जप्त कर संस्था का 4 करोड़ रुपये गबन कर लिया गया है। जब तक उक्त मामला माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है निराकरण होने तक रामयश शर्मा को राजेन्द्रग्राम लैम्पस में ना तो ज्वाइन कराया जाये और न ही किसी प्रकार का प्रभार दिलाया जाए अगर संस्था से नही हटाया गया तो सभी किसान एकजुट होकर उग्र आंदोलन करेंगे।
कलेक्टर ने रामयश शर्मा को ज्वाइन ना कराने किसानों को दिलाया था भरोसा
विगत कुछ दिन पूर्व कलेक्टर अनूपपुर श्री चंदमोहन ठाकुर एवं सहकारिता की टीम उपार्जन केन्दों का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे तभी राजेंद्र ग्राम लैम्पस पर किसानों ने लिखित रूप से ज्ञापन सौंप कर गबन खयानत के आरोपी रामयश शर्मा को दोबारा राजेन्द्र ग्राम लैम्पस में ज्वाइन न कराने के संबंध में एवं उनके द्वारा किसानों के साथ किये गये धोखाधड़ी से अवगत कराया था। जिस पर कलेक्टर द्वारा राजेन्द ्रग्राम लैम्पस में पदस्थ प्रशासक डी के कुवेर्ती को मौखिक निर्देश दिया गया था कि बगैर मुझसे पूछे रामयश शर्मा को ना तो ज्वाइन कराओगे और न ही प्रभार दोगे। इसके बाबजूद भी रामयश शर्मा राजेंद्रग्राम लैम्पस में अपनी उपस्थिति देकर काम काज सम्हालने के फिराक में लगे रहे।