देश को आजाद कराने अंग्रेजो के खिलाफ आंदोलन में बिरसा मुंडा जी का रहा विशेष योगदान
खिरसाडोह में क्रान्ति सूर्य बिरसा मुंडा जी की जयंती मनाई गई
अनिल उईके जिला संवाददाता
छिंदवाड़ा/परासिया। गोंडवाना समय।
जय आदिवासी युवा शक्ति परासिया एवँ सामाजिक संगठन द्वारा आदिवासी जननायक धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती ग्राम खिरसाडोह बस्ती में 15 नवंबर 2020 दिन रविवार को बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया7 भगवान बिरसा मुंडा जी की छायाचित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई एवं बड़ादेव सुमरनी पाटा के बाद कार्यक्रम की शुरूआत की गई।
बिरसा मुंडा जी के विचार को अपने जीवन में आत्मसात करने की हमें आवश्यकता
कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ बुद्धिजीवियों ने कहा कि क्रांति सूर्य महामानव बिरसा मुंडा जी के विचार को अपने जीवन में आत्मसात करने की हमें आवश्यकता है। बिरसा मुंडा जी के विचार और संघर्ष ने आदिवासी सगा समाज को नई दिशा प्रदान की है। अपने समाज और देश के लिए भगवान बिरसा मुंडा जी के जो विचार हैं, उन्हें आज युवाओं को समझने और अपने जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है। बिरसा मुंडा जी ने आदिवासी संस्कृति को बचाने के लिए हमेशा संघर्ष किया, उन्होंने छोटी सी उम्र में ही अपने समाज के उत्थान और वंचितों शोषितो को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष किया था।
अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई
गुलामी के दौर में अंग्रेजों द्वारा आदिवासियों पर अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई, देश को आजाद कराने के लिए अंग्रेजो के खिलाफ हुए आंदोलन में बिरसा मुंडा जी का विशेष योगदान रहा है। जिसे हम कभी भुला नहीं सकते है। कार्यक्रम समापन के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया।
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
महामानव बिरसा मुण्डा जी के जयंति कार्यक्रम में परासिया ब्लाक अध्यक्ष अरविंद अहाके, ब्लाक प्रभारी सुनील अहाके, ग्रामीण प्रभारी इंद्रपाल कुमरे, यशपाल कूमरे, अरविंद उइके, मनदीप अहाके, योगेन्द्र टेकाम, छोटू धुर्वे, नवीन उइके, आत्माराम परानी, तुलसी धुर्वे, विनोद परतेती, संत धुर्वे, नरेंद्र उइके, संजय मर्सकोले, रामदयाल भलावी, दया राम धुर्वे, दीपक उइके एवं ग्राम की मातृशक्ति-पितृ शक्ति, युवाशक्ति सहित बड़ी संख्या में सगाजन उपस्थित रहे।