खेत में मेड़ और मेड़ पर होना चाहिये पेड़-नंदकिशोर नागेश्वर
धान, गेहूं सहित लाख की खेती कर कमा रहे अतिरिक्त आय
अजय नागेश्वर संवाददाता
उगली। गोंडवाना समय।
आत्मनिर्भर अभियान के तहत आज हम आपको रुबरु करवायेंगे सिवनी जिले की उस खबर से जो सकारात्मक एवं समाज को दिशा देने में मददगार साबित होगी। हम आपको बता दें सिवनी जिला, तहसील केवलारी के अंतर्गत ग्राम खामी के रहने वाले किसान श्री नंदकिशोर नागेश्वर ने अपनी सूझबूझ से खेती की मेड़ का उपयोग कर उसे अपनी आय बढ़ाने का साधन बना लिया है।
साल में दो बार लाख की फसल निकाली जाती हैं
जहां एक ओर ज्यादातर किसान बंधुगण गेहूं, चना आदि उपज की पैदावार की तरफ ही ज्यादा ध्यान देते है। खेत की मेड़ के उपयोग की ओर कम ही गौर किया जाता है। वहीं ग्राम खामी (उगली) के किसान श्री नंदकिशोर नागेश्वर ने अपनी खेती में अतिरिक्त आय हो इस उद्देश्य से खेतों में पलसा के पेड़ में लाख की खेती कर रहे हैं, जिससे अच्छी खासी आमदनी हो रही हैं। किसान नंदकिशोर बताते हैं एक बार लाख लगाओ और जिंदगी भर पैसे कमाओ। साल में दो बार लाख की फसल निकाली जाती हैं।
आंवला, नीबू, आम के पेड़ भी लगा सकते है
जिससे लगभग 4000 की आमदनी हो जाती है। खर्चा अठन्नी आमदनी अधिक ये एक अच्छा व्यापार है। उन्होंने आत्मनिर्भर अभियान की दिशा में सभी किसान भाइयों से निवेदन किया है वो भी अपने खेतों में मेड पर पेड़ लगाकर उसका सही उपयोग करें। ऐसा नहीं कि आप लाख की ही खेती करें। आप आंवला, नीबू, आम के पेड़ भी लगा सकते है। इनसे भविष्य में आपको अतिरिक्त व अधिक लाभ होगा। इसके साथ ही साथ पेड़ लगाने से जलाऊ लकड़ी एवं गर्मी के दिनों में पेड़ के नीचे छांव एवं शुद्ध वायु भी मिलती है। पेड़ न केवल कार्बन डाइआॅक्साइड लेते हैं बल्कि वातावरण से कई अन्य हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं जिससे वातावरण को ताजगी मिलती है। इन दिनों वाहनों और औद्योगिक फैक्ट्रियों से बहुत प्रदूषण निकल रहा है। इस प्रकार हम कह सकते हैं वृक्षारोपण के लाभ बहुत ज्यादा है।