उगली की सुंदरता बढ़ाने वाला वॉटर फाउंटेन (फव्वारा) सालों से बंद पड़ा हुआ है आखिर क्यों ?
अजय नागेश्वर संवाददाता
उगली। गोंडवाना समय।
तहसील केवलारी के अंतर्गत ग्राम पंचायत उगली बाजार चौक में बाजार की सुंदरता बढ़ाने के लिए वाटर फाउंटेन (फव्वारा) बनाया गया था। जिसकी चर्चा उगली के आसपास के सभी गांवो में हुई थी एवं उगली सरपंच एवं ग्राम पंचायत की तारीफ भी चारों ओर हुई थी। उगली क्षेत्र के लिए काफी खुशी की बात थी। बाजार की सुंदरता भी बढ़ी थी और लोग इसे सेल्फी प्वाइंट समझकर फोटो भी खिचवाने आया करते थे लेकिन पिछले लगभग 1 सालों से फव्वारा बंद पड़ा हुआ आखिर क्यों यह समझ में नहीं आ रहा है। फव्वारे के आसपास कचरे का ढेर लगा हुआ है लोग इसे कचरा निस्तार के लिए उपयोग करने लगे हैं। जिम्मेदार इसे फिर से चालू करने के लिए प्रयासरत नहीं है।
चार दिन की चटक चांदनी फिर अंधेरी रात
चार दिन की चाँदनी फिर अँधेरी रात मुहावरे का अर्थ होता है सीमित अवधि के लिए आया अच्छा समय। यह मुहावरा थोड़े समय के लिए आई खुशी को दशार्ने के लिए प्रयोग किया जाता है। जब हमें मालूम होता है कि कोई खुशी सीमित समय के लिए है तो इस सामयिक खुशी के लिए उपरोक्त मुहावरे को प्रयोग किया जाता है। हमारे बुजुर्गों ने जो मुहावरा कहा था वह उगली में सत्य एवं सटीक होता नजर आ रहा है। ये नजारा आप बाजार चौक उगली में देख सकते है।