जिंदल अस्पताल के चिकित्सकों सफल आॅपरेशन के बाद निकाला 12 किलो का टयूमर
आॅपरेशन के बाद पीड़ित रेखा कुमरे अब खतरे से बाहर
सिवनी। गोंडवाना समय।
मानव सेवा ही सच्ची सेवा है और बीमारी से पीड़ित जनों को दु:ख-दर्द से निजात मिल सके। इसके लिए उपचार हेतु हमारा सतत प्रयास रहता है। अक्सर लोग हमारे पास बीमारी से परेशान होकर आते है और यहां से जब खुशी खुशी वापस जाते है तो लगता है कि सही में हमने मानव सेवा का कार्य किया। इसी भावना को लेकर हमारे द्वारा मरीजों का उपचार किया जा रहा है। उक्त उद्गार जिंदल अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सुनील अग्रवाल ने व्यक्त किये।
ग्राम टुरिया की निवासी है 34 वर्षीय रेखा कुमरे
जिंदल अस्पताल के अस्सिटेंड डायरेक्टर डॉ. जी. एस. सिद्धू ने कहा कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कुरई ब्लॉक की 34 वर्षीय रेखा कुमरे जो कि ग्राम टुरिया रहने वाली है। उसे दो माह पूर्व बच्चे के जन्म के उपरांत पेट में सुजन आने के कारण परेशान थी और अपनी पीड़ा अपनी सहेली को बताई और उसने हमारे पास लेकर आई लगभग दो घंटे के आपरेशन के पश्चात 12 किलो का टयूमर निकालने में हमें कामयाबी मिली अब रेखा पूर्णत: खतरे से बाहर है।
यह गठान बनकर कैंसर का रूप धारण कर लेता है
जिंदल अस्पताल के विनित सेठ ने बताया कि पेट में किसी दवा या अन्य कारण से रियेक्शन होने के कारण पेट में टयूमर बना जाता है और यह गठान बनकर कैंसर का रूप धारण कर लेता है, इसलिए इसका समय पर उपचार जरूरी है। आपरेशन के द्वौरान डॉ. अनामिका अग्रवाल एवं डॉ. कौशल्या चन्द्रन, डॉ.स्वपनिल भेले, डॉ. विलास नलवडे एवं स्टाफ में जितेन्द्र पटले, प्रीति वंशकार, यशवंत पटले, रोशनी वंशकार, प्रिया निर्मलकर, प्रियंका धुर्वे सहित सभी स्टाफ का सहयोग रहा।