पढ़ाई संग खेलकूद में भी अव्वल है राधिका अहिरवार
उगली। गोंडवाना समय।
अपनी शैक्षणिक पढ़ाई में तो वह आगे ही रहती है लेकिन इसकेस साथ में वह खेलकूद में भी अव्वल हैं। ग्रामीण अंचलों में रहकर शैक्षणिक अध्ययन के साथ साथ खेलकूद में भी अपने कार्य के माध्यम से माता-पिता, परिवार व स्कूल का नाम गौरवांवित करने वाली राधिका अहिरवार जिला स्तर की योग प्रतियोगिता में भी प्रथम स्थान पा चुकी हैं। सिवनी जिले की तहसील केवलारी के ग्राम सिंदरसी (सोनखार) की रहने वाली बेटी राधिका अहिरवार 3 वर्ष की उम्र से ही योगासन कर रही हैं।
कलेक्टर प्रवीण सिंह अढायच ने किया था सम्मानित
शासकीय प्राथमिक शाला सिंदरसी में पदस्थ शिक्षक श्री मोहनलाल चौधरी बच्चों को योगा सिखाते हैं। शिक्षक श्री मोहनलाल चौधरी की शिष्या राधिका अहिरवार बहुत ही कम उम्र में जिला स्तरीय, राज्य स्तरीय प्रतियोगिता ग्वालियर, कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में भाग ले चुकी हैं जहां पर राधिका अहिरवार ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
कोलकाता पश्चिम बंगाल में आयोजित योग (राज्य स्तरीय) प्रतियोगिता (14 वर्ष) में सराहनीय प्रदर्शन हेतु पूर्व कलेक्टर प्रवीण सिंह अढायच द्वारा 26 जनवरी 2020 को राधिका अहिरवार को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया था।
अन्य स्कूलों के लिए बना प्रेरणा बनी प्राथमिक शाला सिंदरसी
प्राथमिक शाला सिंदरसी की पहल अन्य स्कूलों के लिए प्रेरणा बन रही है। यहां छात्र व छात्राएं स्कूल पहुंचते ही चेतना सत्र के लिए लाइन में लग जाते हैं।
स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक विकास पर खास जोर दिया जाता है। बच्चे सेहतमंद और फुतीर्ले बनें इसके लिए नियमित रूप से सुबह की प्रार्थना के बाद योग कराया जाता है। स्कूल में बच्चे रोज सूर्य नमस्कार से लेकर अन्य आसन्नों का योगाभ्यास करते हैं। स्कूल में बच्चों का योगाभ्यास बड़ा ही मनोरम लगता है।
शिक्षक(योग गुरु) श्री मोहनलाल चौधरी सर की देखरेख में बच्चे योग के विभिन्न तरह के आसन्नों का अभ्यास करते हैं। शिक्षक श्री मोहनलाल चौधरी सर बताते है कि पीटी के साथ ही सूर्य नमस्कार होता है। चेतना सत्र में बच्चों के योगाभ्यास से मन व मस्तिष्क ऊजार्वान बनते हैं। जिससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति एकाग्रता व दिलचस्पी बढ़ती है। योगा टीचर श्री मोहनलाल चौधरी 12 महीने प्रतिदिन बच्चों को स्वयं के द्वारा सुबह 5 बजे से 6 बजे तक निशुल्क योगाभ्यास भी करवाते हैं।