पढ़ेंम आयाम, पढ़ा किम, नार दिन, बड़ा किम
आदिवासी युवा छात्र संगठन लगतार गांव-गांव में बच्चों को दे रहे शिक्षा
दरभा/बस्तर। गोंडवाना समय।
आदिवासी युवा छात्र संगठन जिला बस्तर की पहल से सभी ब्लॉक के प्रत्येक गांव-गांव में शिक्षा देने का कार्य कर रहा है। वही आदिवासी युवा छात्र संगठन ब्लॉक दरभा के द्वारा ग्राम पखनार में आदिवासी छात्र-छात्राओं को नि:स्वार्थ भाव से कोरोना काल में पढ़ाई करने का जिम्मा ले रहे है। जहाँ आज पूरी दुनिया में कोरोना जैसे महामारी में शिक्षा ले पाना मुश्किल हो गया है।
नक्सल क्षेत्र में नेटवर्क की है समस्या
जहां एक ओर बड़े-बड़े घरों के बच्चे आॅनलाइन क्लास में शामिल हो के अपनी पढ़ाई पूरी करने में लगे हुये है। वहीं नक्सल क्षेत्र में जहाँ नेटवर्क तक नहीं वहां की पढ़ाई किसी भी तरह से न रूके इसकी जिम्मेदारी अब आदिवासी युवा छात्र संगठन ने अपने ऊपर ले लिया है। बस्तर संभाग नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने से यहां कई प्रकार की दिक्कतें आ रही, उन दिक्कतों ने निपटने के लिए समाज ने ही अपना मोर्चा संभाल लिया है। अब आदिवासी युवा छात्र संगठन ने जिन बच्चो की पढ़ाई रुकी हुई है, उनको पढ़ा रहे हैं।
नि: शुल्क पढ़ाई का योगदान देने का फैसला लिया
आदिवासी युवा छात्र संगठन ग्राम-पखनार के सदस्यों ने छात्रों के साथ बैठक कर चर्चा किये और स्वयं से अपने गांव के बच्चों को नि: शुल्क पढ़ाई का योगदान देने का फैसला लिया गया और जो छात्र-छात्राओं को गांव या गांव से बाहर भी पढ़ रहे हैं, उन सबको रविवार से पढ़ाई नियमित शुरू कर रहे हैं। इस योजना को नाम दिया गया-पढ़ेंम आयाम, पढ़ा किम, नार दिन, बड़ा किम अर्थात पढ़ ले, पढ़ा ले, गांव को आगे बढ़ा ले। इस बैठक में आदिवासी युवा छात्र संगठन ब्लॉक दरभा ब्लॉक प्रभारी सीताराम मंडावी, अध्यक्ष सचिन कश्यप, उपाध्यक्ष रामकुमार, सचिव रामदेव भंडारी, लखमा मरकाम आदि उपस्थित रहे।