ठीक हुए लोगों की संख्या 5 लाख से अधिक
सक्रिय मामलों से 2.31 लाख के अंतर से भी आगे हुआ
ठीक होने (रिकवरी) की दर लगभग 63 प्रतिशत हुई
नई दिल्ली। गोंडवाना समय।
कोविड-19 की रोकथाम और नियंत्रण के लिए भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा वगीर्कृत, पूर्व-निर्धारित और समन्वित उपाय किए जा रहे हैं। कोविड-19 मामलों में कंटेनमेंट क्षेत्रों, सर्विलांस गतिविधियों, सही समय पर डायग्नोसिस और नैदानिक प्रबंधन के प्रभावी कार्यान्वयन के कारण, कोविड-19 रोगियों के ठीक होने का आंकड़ा 5 लाख से अधिक हो गया। अब तक कोविड-19 के 5,15,385 रोगी ठीक हो चुके है और उन्हें डिस्चार्ज किया जा चुका है। कोविड-19 के ठीक हुए मामलों की संख्या, सक्रिय मामलों की संख्या से 2,31,978 अधिक हुई।
ठीक होने की दर में और हुआ सुधार
इस बढ़ते हुए सकारात्मक अंतर के साथ, ठीक होने की दर में और ज्यादा सुधार हुआ है और यह 62.78 प्रतिशत तक पहुंच गया है। यदि हम 11 जुलाई 2020 के िपछले 24 घंटे के दौरान की बात करें तो कोविड-19 के 19,870 मरीज ठीक हो चुके हैं और उन्हें डिस्चार्ज किया जा चुका है। वर्तमान में कुल 2,83,407 सक्रिय मामले हैं और सभी गंभीर मामलों को केंद्र अथवा राज्य सरकार के अस्पतालों में चिकित्सा निगरानी में रखा गया है, जबकि पूर्व-लक्षण वाले रोगियों और मध्यम लक्षण वाले रोगियों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
1, 180 प्रयोगशालाआें के माध्यम से हो रही जांच
हाल ही में किए गए नीतिगत बदलावों जैसे सभी पंजीकृत चिकित्सकों को कोविड-19 के लिए परीक्षण की सिफारिश करने और आरटी-पीसीआर के साथ-साथ रैपिड एंटीजन पॉइंट आॅफ केयर टेस्टिंग की शुरूआत की अनुमति प्रदान करने से, देश में कोविड-19 के परीक्षण में बहुत हद तक बढ़ोत्तरी हुई है। देश में आईसीएमआर के डायग्नोस्टिक नेटवर्क के अंतर्गत, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के 1,180 प्रयोगशालाओं के माध्यम से अब तक 1,13,07,002 नमूनों की जांच की जा चुकी है। जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के प्रयोगशालाओं में सराहनीय वृद्धि हुई है और इसकी संख्या 841 हो गई है, वहीं निजी क्षेत्र के प्रयोगशालाओं की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है और यह 339 हो गई है। प्रति दिन किए जा रहे परीक्षण में तीव्र गति से बढ़ोत्तरी हो रही है नमूनों का परिक्षण किया गया। वर्तमान समय में, देश में प्रति मिलियन जांच (टीपीएम) की दर 8,193 है।
भारत में ये है प्रयोगशाला का रिकार्ड
रियल-टाइम आरटी पीसीआर आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं: 620 (सरकारी: 386+ निजी: 234)
ट्रू एनएटी आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं: 463 (सरकारी: 420 + निजी: 43)
सीबी नाट आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं: 97 (सरकारी: 35+ निजी: 62)