प्रकृति रक्षा की शिक्षा आदिवासी समाज से सीखने की आवश्यकता
करंजिया। गोंडवाना समय।
जयस के कार्यकतार्ओं ने पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण किया एवं लोगों को पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। जयस आदिवासी समाज के पर्यावरण के प्रति विचारों को लोगों तक पहुंचाने का प्रण लिया एवं नई पीढ़ी को प्रकृति के महत्वता को को लेकर गंभीरता से कार्य करने का निश्चय किया। करंजिया ब्लॉक अध्यक्ष अभिलाष श्याम व उपाध्यक्ष सतीश धुर्वे ने बच्चों को प्रेरित कर प्रकृति के महत्व को समझाया।
पर्यावरण के रक्षा के लिए आदिवासी विचारों को अपनाएं
जयस जिला सचिव डॉ दिग्विजय सिंह ने लोगों से अपील कर कहा कि अधिक से अधिक पौधरोपण करें एवं पर्यावरण के रक्षा के लिए आदिवासी विचारों को अपनाएं, डॉ दिग्विजय सिंह ने पर्यावरण दिवस के मौके पर लोगों को पेड़ो के नर्सरी पौधे भी पौधरोपण के लिए वितरित किया। जयस जिला उपाध्यक्ष दीपक मसराम ने बात करते हुए यह कहा कि जयस डिंडोरी के हर गांव पर्यावरण सौंदर्य से परिपूर्ण है एवं आदिवासी बहुल क्षेत्र के लोग पर्यावरण को पूजते हैं।
पर्यावरण का हनन अपने जीवन के सांसो का है हनन
आदिवासीस समाज से हमें सीखने की जरूरत है, बल्कि इससे आर्थिक स्थिति कैसे मजबूत की जा सकती है उसको लेकर विचार मंथन किया जाएगा। जयस जिला अध्यक्ष इंद्रपाल मरकाम ने लोगों से अपील किया कि पर्यावरण का हनन अपने जीवन के सांसों का हनन है, लंबी आयु और बेहतर स्वस्थ के लिए पर्यावरण का साफ और स्वच्छ होना बेहद महत्वपूर्ण है।