आदिवासी कवयित्री उर्मिला सिदार को महादेवी वर्मा शक्ति सम्मान से सम्मानित
रायगढ़। गोंडवाना समय।
आदिवासी महिला कवयित्री उर्मिला सिदार को विश्व हिंदी लेखिका मंच द्वारा नारी चेतना की प्रचार प्रसार एवं रचनाकारों के प्रोत्साहन हेतु महिला रचनाकारों की प्रेरणा स्रोत, महादेवी वर्मा की स्मृति में संचालित महादेवी वर्मा शक्ति सम्मान योजना 2020 के अंतर्गत उर्मिला सिदार को महादेवी वर्मा शक्ति सम्मान से सम्मानित किया गया है।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में करती है कार्य
विश्व हिंदी लेखिका मंच के संयोजक डॉक्टर संगीता पांडे ने इस आशय की जानकारी कवित्री उर्मिला सिदार को व्हाट्सएप के माध्यम से दी है। गौरतलब है की श्रीमती उर्मिला सिदार काफी समय से काव्य लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इसके अलावा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार अपनाकर स्वयं आत्मनिर्भर
बने इस पर ज्यादा ध्यान देती हैं और स्वयं आॅर्गेनिक खेती कर दूसरे को प्रेरणा दे रही हैं।
सुन तो लेव मोर गोठ छत्तीसगढ़ी लघु काव्य संग्रह हो चुका है प्रकाशित
श्रीमती उर्मिला सिदार ने भावनाओं की बगिया बाल कविता एवं कहानी संग्रह, सुन तो लेव मोर गोठ छत्तीसगढ़ी लघु काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुका है। वह इसके पूर्व श्रमजीवी महिला सहयोग समिति छत्तीसगढ़ द्वारा, नारी शक्ति सम्मान, छत्तीसगढ़ प्रदेश की सामाजिक साहित्यिक सांस्कृतिक संस्था वक्ता मंच रायपुर द्वारा ,प्रशस्ति पत्र, जैमिनी अकादमी पानीपत हरियाणा द्वारा, अटल रत्न, सम्मान मिल चुकी है।
इन्होंने दी बधाई
महादेवी वर्मा शक्ति सम्मान मिलने पर सुमिधा सिदार, गणेशी जगत, माधवी ममता कंवर गणवीर, आरती यादव, गुलाब सिंह कंवर गुलाब, डिग्री लाल जगत निर्भीक, शंकर सुमन, टिकेश्वर सिदार, शंकर सिदार, घनश्याम सिदार, ज्योति सिदार, नवसृजन साहित्य एवं कला मंच, श्रमजीवी महिला सहयोग समिति, आदिवासी संगठनों ने उन्हें बधाई दी है।