अवैध रेत उत्खनन के साथ गांव सड़क भी कर रहे बर्बाद
प्रशासन के संरक्षण में हो रहा अवैध उत्खनन
किशोर तेकाम संवाददाता
बरघाट। गोंडवाना समय।
विकासखंड बरघाट में हिर्री नदी एवं वन क्षेत्र से जहां एक और बेखौफ होकर रेत का अवैध उत्खनन तो किया ही जा रहा है। वहीं अवैध रत उत्खनन करने वाले भारी वाहनों के कारण गांव की रोड़ भी बर्बाद हो गई है। गहरे-गहरे गड्डे हो जाने से ग्रामीणों को बरसात के शुरूआत में ही अत्याधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
राजस्व, वन, खनिज, पुलिस को दे चुके है सूचना
ग्रामीणजनों के द्वारा अवैध रेत उत्खनन की शिकायत वन विभाग, राजस्व विभाग व संबंधित विभागों के अधिकारियों को कई बार बता चुके है लेकिन अवैध उत्खनन कर रेत ले जाने वालों को रोक पाने में शासन के जिम्मेदार विभागों ने हाथ खड़े कर दिये है। वहीं भारी वाहनों से अवैध रेत उत्खनन करते हुये ग्राम साल्हेकलां हिर्रीटोला मार्ग से वाहनों के आवागमन से सड़क बर्बाद हो गये है।
प्रशासन पर ग्रामीणों ने जताई नाराजगी
अवैध उत्खनन को लेकर ग्रामीणजनों ने वन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस व खनिज विभाग के जिम्मेदारों पर आरोप भी गया है कि रेत माफियाओं के द्वारा रात-दिन टेक्टरोें से साल्हे हिर्रीटोला मार्ग खराब हो गया है। बार-बार शिकवा शिकायत करने के बाद कोई कार्यवाही नहीं होने से ग्रामीणों ने प्रशासन पर भी नाराजगी जताया है।
कहीं भी कर दो शिकायत नहीं रूकेगा अवैध उत्खनन
ग्रामीणों के अनुसार रेत से भरे हुये टेक्टरो से मार्ग खराब होने के कारण ग्रामीणो द्वारा जब टेÑक्टर रोकना चाहा तो रेत माफियो के द्वारा ग्रामीणों को धमकी भी ेदेने लगे है। ग्रामीणों को कहते है वे वन विभाग, राजस्व विभाग, एसडीएम, खनिज विभाग व कहीं भी शिकायत करना हो कर दो। वहीं ग्रामीणजन भी हैरान परेशान है कि आखिर वन विभाग, राजस्व विभाग, खनिज विभाग या पुलिस कोई भी कार्यवाही अवैध रेत उत्खनन करने वालों क्यों नहीं कर रहे है।
एक ही कच्चा मार्ग जो बरसात में हो जाता है कीचड़युक्त
रेत माफियाओं पर कार्यवाही न होते देख ग्रामीणो ने प्रशासन पर सांठगाठ व रेत माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही क्षेश्रीय जनप्रतिनिधियों पर भी सवाल खड़े किये किया है। कांचना से साल्हे पहुंच एक ही कच्चा मार्ग है जो कि जो बरसात में कीचड़ व गड्डों से भरा पड़ा रहता है। जो कई वर्षो से जस की तस है। जिस पर किसी भी जिम्मेदार जनप्रतिनिधीयों की नजर नहीं पड़ रही है।