क्या ये...तायी नहीं है, आप सभी मिलर्स अपने विचार रखिये
सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी में मिलर्स एसोसिएसन दो फाड़ हो गया है और दो नए संगठन बन गए है। दरअसल पूर्व से बने हुए मिलर्स के संगठन में राजनैतिक पार्टी से जुड़े हुये मिलर्स के द्वारा मीडिया के नाम पर चंदा वसूली कर खुद के द्वारा हजम कर लिया जा रहा था। इसके बाद भी मीडिया में मिलर्स की खेल के समाचार छप रहे थे तो मिलर्स के द्वारा सवाल जवाब किये जाने लगे कि ऐसा क्यों हो रहा है। हालांकि मीडिया मैनेजमेंट के खेल की पोल खुलने के बाद मिलर्स के नाम पर चंदा उगाही करने वाले साहब से और मीडिया से जुड़े लोगों को इससे कोई लेना देना नहीं है। वहीं कुछ मिलर्स का कहना है कि जब हम नियमानुसार मिल्स का संचालन कर रहे है तो क्यों चंदा वसूली की जाती है।
मुझे बदनाम करने के लिये पत्रकारों से मिलकर छपवा रहे समाचार
अधिकारियों को सेट करने के नाम पर चंदा उगाही तो चल ही रही थी लेकिन जैसे ही मीडिया के नाम पर चंदा वसूली की पोल खुलने के बाद से ही मिलर्स दो फाड़ हो गये है। इसके बाद समाचार पत्र की सुर्खियां बनने के बाद सोशल मीडिया वाट्सग्रुप में पूछा गया एक सवाल पर जमकर बवाल मचा हुआ है। वह सवाल जिसका जवाब मांगा गया है उसकी शुरूआत भाईयों मतभेद होना अलग बात है से शुरू हुआ होकर कोई वसूली की है तक है। इस सवाल पर जो जवाब आये है उसको लेकर साहब बहुत परेशान है।