कोरोना यौद्धाओं के नाम पर कोतवाली प्रागंण में किया पौधारोपण
पौधारोपण कर कोरोना योद्धाओं को नमन कर दी श्रद्धांजलि
जहाँ भी पौधारोपण करें उसकी जिम्मेदारी अवश्य निभाएं
सिवनी। गोंडवाना समय।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मातृशक्ति संगठन, यूथविंग समर्पण युवा संगठन द्वारा अनोखे रुप से पर्यावरण दिवस मनाया गया। वैसे तो पौधे लगाने के बहुत से तरीके हैं पर पौधारोपण उन्हीं वृक्षों का हो जो पर्यावरण के मित्र हों। सिवनी जिले में संगठन द्वारा कुछ इस तरह पौधारोपण किया गया। जिसकी कल्पना शायद किसी ने नहींकी होगी।
पुलिस प्रशासन संकट के समय, जिम्मेदारी से निभा रहे कर्तव्य
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जिले में पुलिस प्रशासन द्वारा सक्रिय भूमिका निरंतर निभाई जा रही है। इस तपती गर्मी में दिन-रात आम जनता की रक्षा में अपना भरपूर योगदान देने वाले कर्मवीरों को संगठन सलाम करता है।
इस बार पर्यावरण दिवस के अवसर पर सिवनी कोतवाली में उन वीर कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि देते हुए वृक्षारोपण किया गया। जो कुछ दिनों पहले एक सड़क हादसे में ह्रदय विदारक घटना का शिकार हो गये थे।
जिनमें आरक्षक श्री सुंदरलाल गढ़वाल, आरक्षक श्री जगन्नाथ चौरे ने कोरोना ड्यूटी के दौरान सड़क हादसे में अपनी जान गवा दी थी एवं देश भर में अनेको पुलिस बल के जवान वैश्विक महामारी के संकट काल में ड्यूटी निभाते हुए काल के ग्रास में समा गए।
इस बार पर्यावरण दिवस के अवसर पर सिवनी कोतवाली में उन वीर कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि देते हुए वृक्षारोपण किया गया। जो कुछ दिनों पहले एक सड़क हादसे में ह्रदय विदारक घटना का शिकार हो गये थे।
जिनमें आरक्षक श्री सुंदरलाल गढ़वाल, आरक्षक श्री जगन्नाथ चौरे ने कोरोना ड्यूटी के दौरान सड़क हादसे में अपनी जान गवा दी थी एवं देश भर में अनेको पुलिस बल के जवान वैश्विक महामारी के संकट काल में ड्यूटी निभाते हुए काल के ग्रास में समा गए।
समाज हित के प्रत्येक कार्यों में पुलिस प्रशासन करता रहेगा सहयोग
संगठन ने इन सभी योद्धाओं को स्मरण करते हुए, इनके नाम से पौधा रोपण किया। जिसमें हर्रा, बहेड़ा, सिंदूर के पौधों का रोपण किया गया। सिवनी नगर के पुलिस थाना कोतवाली में इन वीरों के नाम से पौधे लगाए जाने पर पुलिस के जवानों में एक गौरान्वित होने वाली झलक देखने को मिली।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित सिवनी कोतवाली के थाना प्रभारी श्री महादेव नागोतिया उपस्थित रहे। पुलिस अधीक्षक श्री कुमार प्रतीक, अति. पुलिस अधीक्षक श्री कमलेश खरपुसे, एसडीओपी सुश्री पारुल शर्मा ने इस कार्यक्रम की बहुत सराहना की एवं थाना प्रभारी श्री महादेव नागोतिया द्वारा अपने उद्बोधन में संगठन को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए आश्वासन दिया कि समाज हित के प्रत्येक कार्यों में पुलिस प्रशासन आपका सहयोग करता रहेगा।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित सिवनी कोतवाली के थाना प्रभारी श्री महादेव नागोतिया उपस्थित रहे। पुलिस अधीक्षक श्री कुमार प्रतीक, अति. पुलिस अधीक्षक श्री कमलेश खरपुसे, एसडीओपी सुश्री पारुल शर्मा ने इस कार्यक्रम की बहुत सराहना की एवं थाना प्रभारी श्री महादेव नागोतिया द्वारा अपने उद्बोधन में संगठन को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए आश्वासन दिया कि समाज हित के प्रत्येक कार्यों में पुलिस प्रशासन आपका सहयोग करता रहेगा।
प्रकृति को उसके साथ होने का अहसास दिलाये न कि प्रकृति पर अहसान करने का
ज्ञात हो कि संगठन द्वारा 15 अगस्त 2014 में सिवनी पुलिस लाइन में 26/11 मुम्बई आतंकी हमले शहीद हुए जवानों के नाम से बनाई गई मृत्युंजय शहीद वाटिका में पहुँच कर वहाँ की साफ सफाई की एवं उसे व्यवस्थित किया गया। वहाँ उपस्थित रक्षित निरीक्षक श्री सुनील नागवंशी द्वारा भी इस वाटिका का ध्यान रखा जाता है। जिसके लिए संगठन उन्हें धन्यवाद देता है।
संगठन का उद्देश्य महज पौधरोपण करना नहीं बल्कि उन पौधों की देखभाल करते हुए उन्हें वृक्ष भी बनाना है। प्रकृति ने हमें जो भी उपहार दिए हैं, उन्हें नजर अंदाज न करते हुए उन्हें सहेजना भी हम सभी का परम कर्तव्य है क्योंकि प्रकृति की नाराजगी का तांडव हम सभी किसी न किसी रूप में देखते आ रहे है।
अत: मातृशक्ति संगठन आम जन मानस से यह अपील करता है कि जहाँ भी पौधारोपण करें उसकी जिम्मेदारी अवश्य निभाएं ताकि वह महज दिखावे केंद्र बनकर न रह जाये । ध्यान रहे हम प्रकृति को उसके साथ होने का अहसास दिलाये न कि प्रकृति पर अहसान करने का।
संगठन का उद्देश्य महज पौधरोपण करना नहीं बल्कि उन पौधों की देखभाल करते हुए उन्हें वृक्ष भी बनाना है। प्रकृति ने हमें जो भी उपहार दिए हैं, उन्हें नजर अंदाज न करते हुए उन्हें सहेजना भी हम सभी का परम कर्तव्य है क्योंकि प्रकृति की नाराजगी का तांडव हम सभी किसी न किसी रूप में देखते आ रहे है।
अत: मातृशक्ति संगठन आम जन मानस से यह अपील करता है कि जहाँ भी पौधारोपण करें उसकी जिम्मेदारी अवश्य निभाएं ताकि वह महज दिखावे केंद्र बनकर न रह जाये । ध्यान रहे हम प्रकृति को उसके साथ होने का अहसास दिलाये न कि प्रकृति पर अहसान करने का।