शराब के कारण लॉकडाउन में घरेलू हिंसा एवं दुघर्टनाओं में हुई बढ़ोत्तरी-राज्यपाल
राज्यपाल ने मद्यपान से हो रहे अपराधों पर नियंत्रण करने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
अपराधों-दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए नीतिगत निर्णय लेने का किया आग्रह
रायपुर। गोंडवाना समय।
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को लॉकडाउन के दौरान शराब के सेवन से हो रहे अपराधों पर नियंत्रण करने के संबंध में पत्र लिखा है। राज्यपाल ने इस संबंध में प्राप्त विभिन्न ज्ञापन उल्लेख करते हुए आग्रह किया है कि इस संबंध में शासन स्तर पर उचित नीतिगत निर्णय लिया जाए ताकि लॉकडाउन के दौरान मद्यपान से उत्पन्न आपराधिक गतिविधियों एवं दुर्घटनाओं पर नियंत्रण किया जा सके।
लॉकडाउन के दौरान शराब पीकर कर रहे दुर्व्यवहार
राज्यपाल ने अपने पत्र के माध्यम से कहा है कि विभिन्न संचार माध्यमों से यह सूचना प्राप्त हो रही है कि लॉकडाउन के दौरान अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्तियों द्वारा शराब पीकर पत्रकारों, अधिकारियों, चिकित्सा कर्मियों, सफाई कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार एवं आपराधिक कृत्य किये जा रहे हैं, जिन्हें प्रभावी तरीके से रोके जाने की आवश्यकता है।
कोरोना वॉरियर्स तथा आमजनों को बचाना अति आवश्यक
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा कि ऐसे समय में जब प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी कोरोना वायरस की महामारी से उत्पन्न हो रही विभिन्न प्रकार की समस्याओं के निराकरण में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने में व्यस्त है।
तब आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों द्वारा मद्यपान उपरांत कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रहे हमारे अधिकारियों, कर्मचारियों एवं आमजनों के साथ इस प्रकार के अपराध करने से उनका मनोबल कमजोर होता है।
साथ ही लॉकडाउन के दौरान शराब के कारण घरेलू हिंसा एवं दुर्घटनाओं में भी बढ़ोत्तरी हुई है, जिसे प्रभावी तरीके से रोके जाने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा है कि इस समय उपरोक्त आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों से हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश के कोरोना वॉरियर्स तथा आमजनों को बचाना अति आवश्यक है। इसके लिए इनके विरूद्ध त्वरित दंडात्मक एवं प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।
तब आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों द्वारा मद्यपान उपरांत कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रहे हमारे अधिकारियों, कर्मचारियों एवं आमजनों के साथ इस प्रकार के अपराध करने से उनका मनोबल कमजोर होता है।
साथ ही लॉकडाउन के दौरान शराब के कारण घरेलू हिंसा एवं दुर्घटनाओं में भी बढ़ोत्तरी हुई है, जिसे प्रभावी तरीके से रोके जाने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा है कि इस समय उपरोक्त आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों से हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश के कोरोना वॉरियर्स तथा आमजनों को बचाना अति आवश्यक है। इसके लिए इनके विरूद्ध त्वरित दंडात्मक एवं प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।