पत्नि के साथ अवैध संबंधों पर करता था शक, इसलिये कर दिये हत्या
आदेगांव पुलिस ने किया हत्याकांड का दो दिनों में खुलासा, दो गये जेल
आरोपी राधेश्याम डेहरिया, अघन कुशवाहा ने पूछताछ पर हत्या करना स्वीकारा
सिवनी। गोंडवाना समय।
आदेगांव पुलिस ने 29 मई 2020 शुक्रवार को एक अंधी हत्या का खुलासा किया है। वहीं हत्या के इस प्रकरण में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रशासन सिवनी द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते रविवार 24 मई 2020 को आदेगांव पुलिस को सूचना थी मिली कि ग्राम मोहगांव काछी में अघन कुशवाहा के खेत में कुएं के पानी में गांव के ही भुवनलाल डहेरिया की लाश पत्थर से बंधी हालत में मिली है।
सूचना मिलने पर पुलिस थाना आदेगांव द्वारा घटना स्थल का मुआयना कर मर्ग कायम कर जांच में लिया गया था वहीं रात अधिक हो जाने के कारण दूसरे दिन 25 मई 2020 दिन सोमवार को ग्रामीणों की मदद से कुंए में से एक शव जो गमछा, साड़ी रस्सी एवं गले में पत्थर से बंधा था, उसे बाहर निकाला गया। जिसकी पहचान ग्राम के ही भुवनलाल डहेरिया के रूप में हुई थी।
सूचना मिलने पर पुलिस थाना आदेगांव द्वारा घटना स्थल का मुआयना कर मर्ग कायम कर जांच में लिया गया था वहीं रात अधिक हो जाने के कारण दूसरे दिन 25 मई 2020 दिन सोमवार को ग्रामीणों की मदद से कुंए में से एक शव जो गमछा, साड़ी रस्सी एवं गले में पत्थर से बंधा था, उसे बाहर निकाला गया। जिसकी पहचान ग्राम के ही भुवनलाल डहेरिया के रूप में हुई थी।
मृतक के गले मे चोट के निशान पाए गए थे
मृतक की मां एवं पत्नी ने बताया कि भुवनलाल 23 मई 2020 को रात को बैलों को चारा-भूसा डालने के लिये कहकर घर से गया था तो फिर लौट कर घर नहीं आया। दूसरे दिन 24 मई 2020 को भुवनलाल की पत्नी एवं माँ के द्वारा ढूंढने पर उसकी चप्पल गांव के अघन कुशवाह के खेत कुआं के पास मिली थी। तब गांव वालों ने खेत
मालिक अघन को कुआं के अंदर उतारकर तलाश कराया था।
उसके गले में रस्सी के निशान भी पाए गए थे। मृतक के शव को बाहर निकाल कर आदेगांव पुलिस द्वारा शव पंचनामा कार्यवाही की गई थी। शव का निरीक्षण करने पर मृतक के गले मे चोट के निशान पाए गए थे, जो कि प्रथम दृष्टतय: हत्या का अपराध होने से पुलिस ने भादवि की धारा 302, 201 मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।
उसके गले में रस्सी के निशान भी पाए गए थे। मृतक के शव को बाहर निकाल कर आदेगांव पुलिस द्वारा शव पंचनामा कार्यवाही की गई थी। शव का निरीक्षण करने पर मृतक के गले मे चोट के निशान पाए गए थे, जो कि प्रथम दृष्टतय: हत्या का अपराध होने से पुलिस ने भादवि की धारा 302, 201 मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।
मृतक की पत्नि से अवैध संबंधों के शक पर हुआ था विवाद
घटना के संबंध में प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एक टीम गठित की गई। विवेचना व मुखबिर से मिली जानकारी में यह तथ्य सामने आये कि मृतक अपनी पत्नी के चरित्र को लेकर अपने चचेरे भाई राधेश्याम डेहरिया पर शंका करता था।
इस आधार पर पुलिस ने राधेश्याम डेहरिया से पूछताछ की गई, तो राधेश्याम ने बताया कि मृतक उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंधों को लेकर उस पर शक करता था। इसी कारण घटना दिनांक को मृतक से कहासुनी हुई थी।
इस आधार पर पुलिस ने राधेश्याम डेहरिया से पूछताछ की गई, तो राधेश्याम ने बताया कि मृतक उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंधों को लेकर उस पर शक करता था। इसी कारण घटना दिनांक को मृतक से कहासुनी हुई थी।
गले में वजनी पत्थर बांधकर कुएं में फैंका
इसी बात को लेकर रात में मृतक भुवन लाल अपने खेत में बने मकान की ओर गया, तब गांव के अघन कुशवाहा के साथ जाकर, भुवनलाल डेहरिया को पहले रस्सी गले में लपेट कर दोनों ने खींच कर दिया। इसके बाद उसे अघन कुशवाहा के खेत में बने कुआं में ले जाकर अधमरी हालत में उसके हाथ पैरों को साड़ी व गमछा से बांधकर और गले में वजनी पत्थर बांधकर कुआ में फेंक दिया था।
आरोपी राधेश्याम डेहरिया के पास से मृतक भुवनलाल डेहरिया के कपड़े एवं आधार कार्ड जब्त किये गये है। वहीं इस घटनाक्रम में सहयोगी अधन कुशवाहा से पूछताछ करने पर उसने अपराध करना स्वीकार किया है।
आरोपी राधेश्याम डेहरिया के पास से मृतक भुवनलाल डेहरिया के कपड़े एवं आधार कार्ड जब्त किये गये है। वहीं इस घटनाक्रम में सहयोगी अधन कुशवाहा से पूछताछ करने पर उसने अपराध करना स्वीकार किया है।
जुडिशल रिमांड में जेल भेजा
पुलिस ने बताया कि इस घटनाक्रम में राधेश्याम डेहरिया, अघन कुशवाहा दोनों निवासी ग्राम मोहगांव काछी थाना आदेगांव को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जहां से उन्हें जुडिशल रिमांड में जेल भेज दिया गया।
हत्याकाण्ड के खुलासा में इनकी रही भूमिका
अंधेकांड का 2 दिनों में ही खुलासा करने में एसडीओपी श्री आर एन परतेती, आदेगांव थाना प्रभारी ईश्वरी पटले, सहायक उपनिरीक्षक रफीक खान, स.उ.नि. राजेश दुबे, प्रधान आरक्षक दिलीप राजपूत, आरक्षक विनेश बघेल, अभिनाश पाण्डे, सैनिक महेश उईके, एवं ग्राम रक्षा समिति सदस्य राजेन्द्र तिवारी का विशेष योगदान रहा जिन्हें पुलिस अधीक्षक श्रीमान कुमार प्रतीक द्वारा पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।