बरघाट के ग्राम सेला पहुंचा टिड्डी दल, राजस्व व कृषि विभाग ने भगाया
बरघाट के नांदी, कंचना एवं बल्लरपुर में ठहरने की सूचना
किसान खेतों में न पहुंचने दे और दूर भगाने के लिये करें उपाय
सिवनी। गोंडवाना समय।
हरी फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले टिड्डी दल का 29 मई 2020 को जिले के बरघाट विकासखण्ड में प्रवेश हुआ है। टिड्डी दल से किसानों के खेतों में लगी फसलों एवं सब्जियों को बचाने के लिए कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग का अमला लगा हुआ है।
फायदबिग्रेड, कीटनाशक व अन्य संसाधनों के साथ मौजूद रहा अमला
उप संचालक कृषि श्री एस के धुर्वे ने बताया कि टिड्डी दल को जिले से भगाने के लिए कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र का अमला सतत प्रयास किया जा रहा है। इसी तरह अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री एच एल घोरमारे के निर्देशन में राजस्व विभाग का अमला भी टिड्डी दल को भगाने में लगा हुआ हैं। टिड्डी दल 29 मई की दोपहर में बरघाट के ग्राम सेला पहुँचा था तथा वह से भगाए जाने पर वर्तमान में नांदी, कंचना एवं बल्लरपुर में ठहरा हुआ है। फायरब्रिगेड, कीटनाशक सहित अन्य जरूरी संसाधनो के साथ कृषि, राजस्व तथा वन विभाग का अमला मौके में उपस्थित हैं।
जिस ओर हवा चलती है, उसी दिशा में चलने लगता है टिड्डी दल
उप संचालक कृषि श्री धुर्वे ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे टिड्डी दल को अपने खेतों में न पहुंचने दें और उन्हें दूर भगाने के लिए सभी उपाय करें। टिड्डी दल हवा के रूख के साथ ही चलता है। जिस ओर हवा चलती है, उसी दिशा में टिड्डी दल चलने लगता है।
किसान बंधु अपने खेतों की लगातार निगरानी रखें। टिड्डी दल के आने पर खेतों में तेज ध्वनि करें । थाली, ढोल, डीजे, खाली टीन के डिब्बे बजाकर तेज ध्वनि खेत में की जा सकती है। पटाखे फोड़कर, ट्रेक्टर का सायलेंसर निकालकर आवाज करके टिड्डी दल को आगे की तरफ उड़ाया जा सकता है। कृषि विज्ञान केन्द्र ने फसलों को टिड्डी दल से बचाव के लिए रासायनिक दवाईयों का प्रयोग करने की सलाह भी दी है।