गुजरात से घंसौर आने पैदल निकले श्रमिक, मुख्यमंत्री से घर वापस पहुंचाने लगाई गुहार
लखनादौन विधायक योगेन्द्र सिंह बाबा की निष्क्रियता उजागर
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था हम देंगे किराया तो फिर क्यों पीछे हट रहे मध्य प्रदेश के कांग्रेसी
लखनादौन विधानसभा के सैकड़ों श्रमिक अन्य प्रदेशों में फंसे घर वापस आने की लगा रहे गुहार
सिवनी। गोंडवाना समय।
जनजाति बाहुल्य मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के लखनादौन विधानसभा क्षेत्र के ब्लॉक घंसौर के 17 श्रमिक कुछ छोटे-छोटे बच्चों को लेकर गुजराज राज्य में बड़ौदरा के पास स्थित मैग्नीज फैक्टरी में कार्य करने वाले लॉकडाउन के समय से ही भोजन पानी की सुविधा के अभाव में मजबूर होकर अपने घर व गांव वापस आने के लिये 24 घंटे में 90 किलोमीटर से अधिक का सफर पैदल ही तय कर चुके है। गुजरात से पैदल चल रहे श्रमिकों का दु:ख दर्द वे स्वयं ही अच्छे से समझ सकते है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लगाई गुहार
हम आपको बता दे कि घंसौर ब्लॉक से ही सबसे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगभग 7 वर्ष पहले आदिवासियों को भगवान का दर्जा दिया था,उन्हें भगवान की संज्ञा देकर उनका नमन किया था। उसी घंसौर ब्लॉक के आदिवासी समाज के 17 श्रमिक अपने छोटे छोटे बच्चों के साथ पैदल गुजरात के बड़ौदा के पस मैग्नीज फैक्ट्री से निकल पड़े है और उन्होंने मंगलवार की दोपहर तक लगभग 90 किलोमीटर का सफर तय कर चुके है।
उन्होंने अपनी आप बीती सुनाते हुये और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से घर वापस लाने की व्यवस्था करने के लिये सहयोग करने की गुहार लगाया है।खर्च देगी कांग्रेस तो क्यों पीछे हट रहे विधायक
हम आपको बता दे कि श्रमिकों को घर वापस आने के लिये ट्रेन हो या बस का किराया कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने देने की घोषणा किया था और इसका स्वागत मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कांगे्रेस अध्यक्ष श्री कमल नाथ ने करते हुये कहा था कि श्रमिकों को घर वापस का खर्च कांग्रेस उठायेगी। हम आपको बता दे कि बैहर विधानसभा के कांग्रेस विधायक संजय उईके के बैगा व गोंड जनजाति के 90 लोगों ने 1 लाख 20 हजार रूपये स्वयं खर्च तेलंगान से वापस आये है, उन्हें ही पैसा दे दे कांग्रेस तो राष्ट्रीय अध्यक्ष की बातों का सम्मान रह जायेगा। वहीं लखनादौन विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों की संख्या में रोजगार की तलाश में बाहर गये हुये जनजाति वर्ग व अन्य वर्ग के लोग देश के अनेक राज्यों में फंसे हुये है। जिन्हें वापस लाने में लखनादौन विधायक श्री योगेन्द्र सिंह बाबा निष्क्रियता का परिचय देते हुये नजर आ रहे है। वहीं जब कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी श्रमिकों को वापस लाने का खर्च देने को तैयार है तो लखनादौन विधानसभा क्षेत्र के श्रमिकों को वापस लाने में क्यों पीछे हट रहे लखनादौन विधायक यह समझ नहीं आ रहा है।
केंद्रीय मंत्री तो भूल ही चुके अपना संसदीय क्षेत्र
हम आपको बता दे कि केंद्रीय मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते का संसदीय क्षेत्र में लखनादौन विधानसभा भी आता है लेकिन लखनादौन विकासखंड के सैकड़ों श्रमिक जो बाहर फंसे हुये है उन्हें वापस लाने में उनकी भूमिका क्या है या क्या प्रयास कर रहे है यह वे और उनके समर्थक ही जानते है।
पलायन का मुद्दा गोंडवाना समय उठा चुका है कई बार
हम आपको बता दे कि सिवनी जिला जनजाति बाहुल्य जिला है और यहां पर 8 ब्लॉक के अधिकांश श्रमिक रोजगार की तलाश में पलायन करने को मजबूर है। सरकारी योजनाएं कागजी आंकड़ों को भरकर वाहवाही लूट रही है। गोंडवाना समय द्वारा पलायन का मुद्दा अनेकों बार कई वर्षों पहले से ही उठाता रहा है लेकिन सरकार, शासन, प्रशासन कोई संज्ञान लेने को तैयार नहीं थी। गोंडवाना समय ने प्रत्येक गांव में पलायन रजिस्टर रखवाना अनिवार्य किया जाये यह भी मुद्दा अनेको बार उठा चुका है ताकि गांव के प्रत्येक बाहर काम की तलाश में पलायन करने वालों का पूरा रिकार्ड संधारण हो सके लेकिन बुद्धिजीवियों के रहते यह संभव नहीं हो सका अब सूची बनाने में जुटे हुये है।
इसके साथ ही अन्य सुविधाओं के लिये मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जारी किये गये नंबरों पर पंजीयन करवाकर भी जानकारी प्राप्त करने में सहयोग किया जा सकता है।
घंसौर ब्लॉक ये श्रमिक चल रहे पैदल
गुजरात के बड़ौदरा के पास स्थित मैग्नीज फैक्ट्री से रविवार के दिन से पैदल निकले सिवनी जिले के घंसौर ब्लॉक के श्रमिकों में कपिल कुमरे घंसौर, मंजीत तेकाम घंसौर, शिवजीत तेकाम घंसौर, सुनील परते घंसौर, माया परते घंसौर, सेवकुमार तेकाम घंसौर, धर्मेन्द्र मरावी तुमड़ीपार, मनीष पंद्रे तुमड़ीपार, सुनील उईके तुमड़ीपार, बरदानी परते तुमड़ीपार, मान सिंह पन्द्रे तुमड़ीपार, मिथलेश उईके तुमड़ीपार, मैना बाई उईके तुमड़ीपार, प्रेमलता उईके तुमड़ीपार, हरो बाई परते तुमड़ीपार, संजू भलावी तुमड़ीपार, अनिल उईके तुमड़ीपार व छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल है।पैदल चल रहे श्रमिक ने ये दिया है 9522085744, 6260433216 नंबर
गुजरात व मध्य प्रदेश के करीबी लोग पैदल चल रहे श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने में मदद कर सकते है। वर्तमान में केंद्र व राज्य सरकार सभी को अपने अपने घर पर पहुंचाने की व्यवस्था करवा रही है। पैदल चल रहे श्रमिकों में श्री सुनील परते के मोबाईल नंबर 9522085744 एवं मोनू परते 6260433216 के नंबर पर जो मदद कर सकते है वे ही लगाकर संपर्क करते हुये उन्हें चाहे तो वाहन का साधन और प्रशासन से संपर्क करवाकर व्यवस्था करवा सकता है। सिर्फ उन्हें साधन व अनुमति जैसी सुविधाओं को उपलब्ध करवाना होगा आवागमन हेतु मध्य प्रदेश सरकार ने टेन का किराया देने की घोषणा किया ही हुआ है।इसके साथ ही अन्य सुविधाओं के लिये मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जारी किये गये नंबरों पर पंजीयन करवाकर भी जानकारी प्राप्त करने में सहयोग किया जा सकता है।