मादा बाघ शावक मृत, पेंच टाईगर रिजर्व की है घटना
बफर परिक्षेत्र में 21 मई को गश्ती के दौरान पाया गया मृत
सिवनी। गोंडवाना समय।
मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक पेंच टाईगर रिजर्व सिवनी श्री विक्रम सिंह परिहार द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि पेंच टाईगर रिजर्व के बफर परिक्षेत्र घाटकोहका के वनक्षेत्र अंतर्गत टिकाड़ी बीट वन कक्ष क्र. आर.एफ. 379 में गुरूवार 21 मई को प्रात: 8:30 बजे सुरक्षा गश्ती के दौरान एक मादा बाघ शावक (उम्र लगभग 5-6 माह) को मृत अवस्था में देखा गया। सूचना उपरांत क्षेत्र संचालक, उप संचालक एवं अन्य अधिकारियों द्वारा बाघ का निरीक्षण किया गया।
बड़े नर बाघ द्वारा लड़ाई के दौरान हुई मृत्यू
क्षेत्र संचालक पेंच टाइगर रिजर्व एवं राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण निर्धारित एस.ओ.पी. के अनुसार एन.टी.सी.ए. प्रतिनिधि श्री एल. के. वासनिक के समक्ष वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. अखिलेश मिश्रा के द्वारा शव परीक्षण किया गया। शव परीक्षण के दौरान स्पष्ट हुआ कि मादा बाघ शावक की मृत्यु बड़े नर बाघ द्वारा लड़ाई के दौरान हुई है तथा मादा बाघ शावक के श्वास नली का टूटा होना पाया गया।
शव परीक्षण उपरांत किया गया दाह संस्कार
उपरोक्त क्षेत्र में विगत कुछ दिनो से मादा बाघ अपने शावको के साथ एवं एक नर बाघ की उपस्थिति दर्ज की जा रही थी। शव परीक्षण के उपरांत प्रयोगशाला में अन्वेषण हेतु सेम्पल संरक्षित किये गये। मृत मादा बाघ के सभी अवयव पंजे, नाखुन एवं दांत पूरी तरह से सुरक्षित पाए गए । शव परीक्षण उपरांत मृत मादा बाघ शावक को पूरे अवयवों के साथ (संरक्षित सेम्पलों को छोड़कर) दाह संस्कार किया गया।