रामायण, महाभारत के साथ टीवी में दिखाएं संविधान संबंधित जानकारी
स्वतंत्र टिप्पणी
सुनिल वास्केल
कोरोनावायरस महामारी से लोग परेशान हैं। लाकडाउन के चलते लोग घर में कैद है। घर पर रहने से भी लोगों को को बहुत बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। लाकडाउन के इस दौर में केन्द्र सरकार की सलाह पर रामानंद सागर द्वारा बनाया गया सीरियल रामायण और महाभारत देश में टीवी पर प्रसारित किया जा रहा है।
इस सीरियल के साथ भारतीय संविधान को भी देश की जनता को दिखाया जाएं तो बेहतर होगा ? क्योंकि हम जिस अवस्था में रह रहे हैं ? उस देश की संपूर्ण व्यवस्था संविधान नामक मानवीय नैतिक किताब से चलता है। यह मांग जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) के सुनिल वास्केल धरमपुरी ने की है।
सुनिल वास्केल ने बताया कि संविधान देश के हर नागरिक को सिर उठाकर जीवन जीने का अधिकार प्रदान करता हैं। फिलहाल देश के लोगों में संविधान की जानकारिया चंद लोगों तक ही सीमित है। फिलहाल जिस सिस्टम में हम यह रहें हैं,उस सिस्टम को संचालित करने वाले कानूनी संग्रह के बारे जानना अतियंत अवश्य है। बहुत से लोगों को संविधान में लिखें हक अधिकारों के बारे में जानकारियां भी नहीं है।
इस सीरियल के साथ भारतीय संविधान को भी देश की जनता को दिखाया जाएं तो बेहतर होगा ? क्योंकि हम जिस अवस्था में रह रहे हैं ? उस देश की संपूर्ण व्यवस्था संविधान नामक मानवीय नैतिक किताब से चलता है। यह मांग जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) के सुनिल वास्केल धरमपुरी ने की है।
सुनिल वास्केल ने बताया कि संविधान देश के हर नागरिक को सिर उठाकर जीवन जीने का अधिकार प्रदान करता हैं। फिलहाल देश के लोगों में संविधान की जानकारिया चंद लोगों तक ही सीमित है। फिलहाल जिस सिस्टम में हम यह रहें हैं,उस सिस्टम को संचालित करने वाले कानूनी संग्रह के बारे जानना अतियंत अवश्य है। बहुत से लोगों को संविधान में लिखें हक अधिकारों के बारे में जानकारियां भी नहीं है।