180 के बाद अब लेह में फंसे 60 श्रमिक हवाई जहाज से झारखण्ड वापस
देश में झारखंड पहला राज्य जहां प्रवासी मजदूरों को विमान से अपने राज्य वापस लाया गया
श्रमिकों को हवाई जहाज से वापस लाने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बने प्रमाण
विमान से पहुंचे 180 श्रमिकों परिवार सहित गरिमा के साथ सम्मान रथ से अपने घर पहुंचाया
रांची। गोंडवाना समय।
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि लॉक डाउन की वजह से लेह में फंसे 60 श्रमिक झारखण्ड लौट रहें हैं। हम अपने प्रवासी कामगारों को सुरक्षित घर लौटाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस कार्य में सहयोग के लिए लद्दाख प्रशासन, स्पाइस जेट, इंडिगो और सीमा सड़क संगठन की पूरी टीम को मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन धन्यवाद दिया।
सुखद व सुरक्षित यात्रा के लिए शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हवाई मार्ग द्वारा लेह से आने वाले हमारे श्रमिक भाई दिल्ली एयरपोर्ट पहुँच चुके हैं, जहाँ राज्य सरकार के प्रोटोकॉल अधिकारी द्वारा उनकी मदद की जा रही है। समयानुसार सभी साथी दिल्ली से रांची पहुँच जायेंगे। सभी को सुखद और सुरक्षित यात्रा हेतु मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन शुभकामनाएं भी दिया।
यह सरकार का कर्तव्य, सरकार का प्रयास सार्थक हुआ
श्रमिकों ने कहा लॉकडाउन में झारखण्ड सरकार ने बड़ी राहत दी, धन्यवाद मुख्यमंत्री जी एयर एशिया के विमान से 28 मई 2020 दिन गुरूवार को राज्य के 180 श्रमिक भाई बहन अपने परिवार के साथ झारखण्ड पहुंचे। इससे पूर्व झारखण्ड ने सबसे पहले पहल कर ट्रेन के माध्यम से श्रमिकों को वापस अपने घर ला चुका है और यह क्रम अब भी जारी है। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा यही मानवता है। इस पुनीत कार्य के लिए एलुमनाई नेटवर्क आॅफ नेशनल स्कूल आॅफ लॉ, बेंगलुरु का योगदान सदैव सराहा जायेगा। इस तरह के कार्य से अन्य लोगों भी प्रेरित होंगे।
कहा विमान से लाएंगे और विमान से अपने राज्य लौटे श्रमिक
मुख्यमंत्री ने प्रारम्भ से ही कहा था कि आवश्यकता हुई तो राज्य सरकार श्रमिकों को विमान से अपने घर वापस लायेगी और ऐसा हुआ भी। विमान से झारखण्ड वापस लाने की अनुमति हेतु मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को दो बार पत्र भी लिख चुके हैं। मुख्यमंत्री का प्रयास सार्थक हुआ और मुंबई में फंसे झारखंड के करीब 180 प्रवासी श्रमिक अपने राज्य लौट आए। गुरूवार को सुबह एयर एशिया की फ्लाइट से सभी झारखंड लौटे। लॉकडाउन के बाद यह देश में पहला मौका है, जब प्रवासी मजदूरों को विमान से अपने राज्य वापस लाया गया।
स्क्रीनिंग हुई, दिया गया भोजन, सम्मान रथ से सम्मान पूर्वक गए अपने घर
मुंबई से रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे श्रमिकों की एयरपोर्ट पर मेडिकल स्क्रीनिंग की गई। साथ ही उन्हें भोजन का पैकेट और पानी का बोतल दिया गया। श्रमिकों की स्क्रीनिंग के बाद उन्हें पूरी गरिमा के साथ सम्मान रथ से उनके गंतव्य के लिए बस से रवाना किया गया।
किस जिले के कितने श्रमिक
मुंबई से रांची पहुंचे 180 श्रमिकों में बोकारो के 05, धनबाद के 09, देवघर के 10, जामताड़ा के 02, गोड्डा के 01, गिरिडीह के 29, हजारीबाग के 41, कोडरमा के 11, चतरा के 05, गढ़वा के 02, पलामू के 09, पूर्वी सिहभूम के 03, पश्चिमी सिंहभूम के 08, गुमला के 01, सिमडेगा 28 और रांची जिला के 16 प्रवासी श्रमिक शामिल थे।