कॅरोना फूड वारियर किसानों का 16 मई को करें सम्मान-राहुल राज
16 मई को सुबह 9 बजे 9 मिनट के सभी किसानों के सम्मान किया आह्वान
सिवनी। गोंडवाना समय।
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति जो देश के 280 किसान संगठनों का समन्वय है] उसने ये तय किया है कि 16 मई को किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस बात की जानकारी देते हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष श्री राहुल राज ने सभी किसान साथियों एवं आम नागरिकों से अपील की है की कॅरोना महामारी के इस दौर में प्रधानमंत्री द्वारा हमारे कॅरोना वारियर हमारे डॉक्टर, पुलिस विभाग अधिकारी-कर्मचारी, सफाईकर्मी इन सभी को धन्यवाद ज्ञापित करने कभी थाली-ताली बजाकर तो कभी दीप जलाकर अविवादन किये जाने का आह्वान किया। इन सभी का हम सभी ने सम्मान करते हुए उन सभी का तहेदिल से अविवादन किया।
स्वयं घाटा खाते हुए अपना उत्पादन सभी के घरों तक पहुंचाया
वहीं एक कॅरोना योद्धा और है हमारा कॅरोना फूड वारियर यानी हमारे देश का किसान जिसने इस विषम परिस्थिति में जब उसके फल, साग, सब्जी एवं दूध जैसे उत्पादन एक चौथाई दाम पे भी बिक नहीं पा रहे थे तब भी स्वयं घाटा खाते हुए अपना उत्पादन सभी के घरों तक पहुंचाया।
इसी महामारी के साये में खेतों में लगी गेंहूँ व अन्य रवि फसलें निकाली उनका उत्पादन कर देश का भंडार भरा और अगली खरीफ फसलों की तैयारी की। यही हमारा अन्नदाता है जो सर्दी गर्मी बारिश हर मौसम में बिना रुके काम करता है और देश का भंडार भरता है। किसान के कारण ही आज देश में अन्न की कोई कमी नहीं इसलिए किसान भी धन्यवाद का पत्र है। वो किसान ही है जिसके कारण देश अन्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर है ।
इसी महामारी के साये में खेतों में लगी गेंहूँ व अन्य रवि फसलें निकाली उनका उत्पादन कर देश का भंडार भरा और अगली खरीफ फसलों की तैयारी की। यही हमारा अन्नदाता है जो सर्दी गर्मी बारिश हर मौसम में बिना रुके काम करता है और देश का भंडार भरता है। किसान के कारण ही आज देश में अन्न की कोई कमी नहीं इसलिए किसान भी धन्यवाद का पत्र है। वो किसान ही है जिसके कारण देश अन्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर है ।
बड़े बड़े उद्योगों में पढ़े है ताले, किसानों के चलते नहीं है घरों में अन्न के लाले
इस हेतु 16 मई को सुबह 9 बजे 9 मिनट के लिए सभी किसानों से ये आह्वान किया गया है कि वे सभी सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए अपने घरों के आंगन, छत, छज्जा या खेत में या ट्रैक्टरों के ऊपर चढ़ के राष्ट्र ध्वज या अपने संगठन का ध्वज अन्यथा अपने कृषि यंत्र जैसे कुल्हाड़ी, गेंती, फावड़ा आदि उठाकर सभी किसानों का अविवादन करें और गर्व से कहें मैं किसान हूँ।
इसके साथ ही आम जन से अपील है कि वे सभी भोजन हेतु किसान का धन्यवाद ज्ञापित करने थाली और ताली बजाकर अपने घरों में रहकर ही उनका अविवादन जरूर करें। सभी से विनम्र अपील है की देश का प्रत्येक किसान एवं प्रत्येक नागरिक इस मुहिम से जरूर जुड़े और देश के अन्नदाताओं का हौसला बढ़ाये।
इसके साथ ही आम जन से अपील है कि वे सभी भोजन हेतु किसान का धन्यवाद ज्ञापित करने थाली और ताली बजाकर अपने घरों में रहकर ही उनका अविवादन जरूर करें। सभी से विनम्र अपील है की देश का प्रत्येक किसान एवं प्रत्येक नागरिक इस मुहिम से जरूर जुड़े और देश के अन्नदाताओं का हौसला बढ़ाये।