आपकी पिटाई व अच्छी शिक्षा के कारण ही आज मैं सब इंस्पेक्टर बन पाया
शिक्षक के चरण स्पर्श कर कहा सर मैं वहीं नटखट रामू याने रामनाथ कुमरे हूं
शिक्षक से नहीं लिये दवा के रूपये वहीं शिक्षक पुलिस को दिया धन्यवाद
सिवनी पुलिस का चेहरा कर्फ्यू और लॉकडाउन के दौरान बिना किसी कारण के घूमने वालों पर भले ही कठोरतम नजर आ रहा हो लेकिन अधिकांशतय: नागरिक व पुलिस प्रशासन की आपसी सांमजस्य से सिवनी पुलिस की छबी सराहनीय है। एक बुजुुर्ग शिक्षक ने पास नहीं होने के बाद भी सिवनी पुलिस द्वारा उपलब्ध करवाई गई सुविधा को लेकर अपनी बातबीती को सोशल में मीडिया में वायरल कर पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर पुलिस प्रशासन का धन्यवाद भी दिया है और पुलिस की कार्यप्रणाली से शिक्षक की आंखे नम हो गई। यह सिवनी पुलिस प्रशासन के लिये बड़ी प्रेरणादायी उपलब्धी है।
सिवनी। गोंडवाना समय।कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव से रोके जाने को लेकर कर्फ्यू व लॉकडाउन के दौरान एक बुजुर्ग शिक्षक जब अपनी दवा लेने मेडिकल स्टोर की ओर जा जा रहे थे। इस दौरान उनके पास कर्फ्यू पास नहीं था। तभी रास्ते में कुछ पुलिस वाले मिल गये। पूछा कहां जा रहे हो। शिक्षक ने अपनी तकलीफ बताई। शिक्षक की बात सुनकर एक सब इंस्पेक्टर आगे बढ़ा । उसने शिक्षक को पुलिस गाड़ी में बैठाया। शिक्षक डर के मारे घबरा गए।
अत: शिक्षक की सीख और कठोरता सफलता की बुनियाद है
लेकिन पुलिस बुजुर्ग शिक्षक को गाड़ी में बैठालकर सीधे मेडिकल स्टोर पहुँची। जहां पर सब इंस्पेक्टर ने शिक्षक से दवा की पर्ची लेकर दवा खरीदा। फिर बुजुर्ग शिक्षक से उनके घर का पता पूछकर घर तक पहुँचा दिया। शिक्षक ने हाथ जोड़कर पुलिस का धन्यवाद दिया और दवा के पैसा देने चाहे परन्तु पैसे नहीं लिए और शिक्षक के दूर से चरण स्पर्श करते हुए कहा-सर मैं वहीं नटखट रामू याने रामनाथ कुमरे हूं। जिसे आप यह अच्छी पढ़ाई करने के लिए जमकर पीटते थे। आपकी पिटाई और अच्छी शिक्षा के कारण ही मैं आज सब इंस्पेक्टर बन पाया। यह सुनकर शिक्षक की आँखे नम हो गई। अत: शिक्षक की सीख और कठोरता सफलता की बुनियाद है।