छात्रों को घर बैठ कर जीईई/एनईईटी तैयारी की सुविधाएं
सीधा वंचितों के दरवाजे तक पहुंच कर प्रभावी स्कूलिंग सुनिश्चित करने का एक अनूठा तरीका आरंभ किया
एनआईओएस द्वारा स्वयं प्रभा डीटीएच चैनल के माध्यम से केवीएस, एनवीएस और सीबीएसई तथा एनसीईआरटी के सहयोग से स्काइप के जरिये लाइव सेशन के प्रसारण की अनूठी पहल
स्वयं प्रभा उनके लिए लर्निंग का एक प्रभावी टूल है जिनके घरों में इंटरनेट की सुविधा नहीं है
नई दिल्ली। गोंडवाना समय। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोविड-19 से उत्पन्न चुनौतीपूर्ण स्थिति से छात्रों की शिक्षा प्रभावित न हो, कई त्वरित, नई एवं अनूठी पहल की है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देशों के तहत, एनआईओएस ने सीधा वंचितों के दरवाजे तक पहुंचने के लिए प्रभावी स्कूलिंग सुनिश्चित करने का एक अनूठा तरीका आरंभ किया है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए, 9वीं से 12वीं कक्षा के विभिन्न विषयों के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय के ‘स्वयं’ एमओओसी प्लेटफार्म के जरिये कंटेंट ऑनलाइन उपलब्ध कराया जा रहा है। सेल्फ लर्निंग मैटेरियल के अतिरिक्त, ‘स्वयं’पोर्टल वीडियो लेक्चर्स एवं स्व-मूल्यांकन की सुविधा भी प्रदान करता है। लर्नर्स के प्रश्नों एवं पूछताछों का भी डिस्कशन फोरमों के जरिये समधान किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त, जिनके यहां इंटरनेट की अधिक सुविधा नहीं हैं, इन वीडियो लेक्चरों को लाइव सेशन के साथ मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्वयंप्रभा टीवी चैनलों पर प्रसारण किया जाता है जिससे कि वे अपने शिक्षकों एवं विषयों के विशेषज्ञों के साथ परस्पर बातचीत कर सकें।
जो छात्र जीईई एवं एनईईटी की तैयारी कर रहे हैं, वे इस पहल के जरिये अपने घरों पर बैठ कर इससे लाभान्वित हो सकते हैं।
कोविड-19 महामारी के बाद, एनआईओएस द्वारा स्वयं प्रभा डीटीएच चैनल पाणिणी (#27), एनआईओएस चैनल शारदा (#28) एवं एनसीईआरटी के चैनल किशोर मंच (#31), के माध्यम से केवीएस, एनवीएस और सीबीएसई तथा एनसीईआरटी के सहयोग से स्काइप के जरिये लाइव सेशन के प्रसारण की शानदार अनूठी पहल की है। अब विषयों के विशेषज्ञ भी अपने घरों से स्काईप के जरिये स्वयंप्रभा के लाइव प्रसारण के लिए कनेक्ट करने में सक्षम हैं।
लर्नर्स इन डीटीएच चैनलों एवं 7 बजे सुबह से 1 बजे दोपहर तक रिर्काडेड ब्रॉडकास्ट के 6 घंटे एनआईओएस यूट्यूब चैनल पर पाठ आधारित शैक्षणिक कार्यक्रमों को देख सकते हैं जिसके बाद चार विभिन्न विषय विशेषज्ञों के साथ प्रत्येक के लिए डेढ़ घंटे के लिए 1 बजे दोपहर से 7 बजे शाम तक लाइव सेशन के 6 घंटे देख सकते हैं। लर्नर्स लाइव सेशन के दौरान प्रदर्शित नंबर पर फोन काल के जरिये अपने घर से एवं लाइव टेलीकास्ट में सीधे एनआईओएस वेबसाइट के ‘स्टूडेंट पोर्टल‘ के जरिये सीधे विषय के एक्सपर्ट से प्रश्न पूछ सकते हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक‘ एवं केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर के आग्रह पर टाटा स्काई एवं एयरटेल डीटीएच आपरेटरों ने अपने डीटीएच प्लेटफार्म पर तीन स्वयंप्रभा डीटीएच चैनलों को एयर करने करने पर सहमति जताई है। अब ये तीनों स्वयंप्रभा डीटीएच चैनल डीडी-डीटीएच एवं जियो टीवी ऐप के अतिरिक्त, सभी डीटीएच सेवा प्रदाताओं के जरिये उपलब्ध हैं। लोग बिना किसी अतिरिक्त लागत के इन चैनलों के लिए अपने डीटीएच ‘सेवा प्रदाताओं’से आग्रह कर सकते हैं क्योंकि ये फ्री टू एयर चैनल हैं। लर्नर्स कोविड-19 के दुर्भाग्यशाली प्रकोप केकारण उत्पन्न कठिन स्थिति में अपने घरों पर बैठकर ही अपनी शिक्षा तथा लर्निंग जारी रख सकते हैं।
विभिन्न डीटीएच सेवा प्रदाताओं में चैनल की संख्या इस प्रकार हैः
एयरटेल टीवी में: चैनल #437, चैनल #438, चैनल #439,
वीडी वीडियोकॉन में: चैनल #475, चैनल #476, चैनल #477,
टाटा स्काई में: चैनल #756, जो स्वयंप्रभा डीटीएच चैनलों के लिए विंडो पॉप अप करता है।
डिश टीवी में: चैनल #946, चैनल #947, चैनल #949, चैनल #950
स्वयं प्रभा उनके लिए लर्निंग का एक प्रभावी टूल है जिनके घरों में इंटरनेट की सुविधा नहीं है। स्वयंप्रभा जीएसएटी-15 सैटेलाइट का उपयोग करके 24 घंटों के आधार पर उच्च गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक कार्यक्रमों के प्रसारण को समर्पित 32 डीटीएच चैनलों का एक समूह है। प्रत्येक दिन कम से कम 4 घंटे का एक नया कंटेंट होगा जिसे एक दिन में पांच बार और दिखाया जाएगा जिससे कि छात्र अपनी सुविधा के अनुसार समय का चुनाव कर सके। चैनल बीआईएसएजी, गांधीनगर से अपलिंक्ड हैं। कंटेंट एनपीटीईएल, आईआईटी, यूजीसी, सीईसी, इग्नू, एनसीईआरटी एवं एनआईओएस द्वारा उपलब्ध कराए जाते हैं। आईएनएफएलआईबीएनईटी सेंटर वेब पोर्टल का रखरखाव करता है। सभी 32 चैनल डीडी डीटीएच एवं जियो टीवी मोबाइल ऐप पर उपलब्ध हैं।
डीटीएच चैनल निम्नलिखित कवर करते हैं:
क): उच्च शिक्षा: पोस्ट ग्रेजुएट एवं अंडरग्रेजुएट लेवल पर करीकलम आधारित कोर्स कंटेंट कला, विज्ञान, वाणिज्य, ललित कलाएं, सामाजिक विज्ञान एवं ह्मेनेटीज, इंजीनियरिंग, टेक्नोलोजी, ला, मेडिसिन, कृषि आदि विविध विषयों को कवर करते हैं। सभी कोर्स स्वयम प्लेटफार्म, जिसे एमओओसी कोर्सों की पेशकश के लिए डेवलप किया गया है, के जरिये अपनी विस्तृत पेशकश में सर्टिफिकेशन-रेडी होंगे।
ख) स्कूली शिक्षा (9-12 लेवल): शिक्षकों के प्रशिक्षण एवं भारत के बच्चों को विषयों को बेहतर ढंग से समझने में मदद करने और प्रोफेशनल डिग्री प्रोग्रामों में नामांकन के लिए प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उन्हें सहायता करने के लिए टीचिंग एवं लर्निंग ऐड के लिए माड्यूल।
ग) करीकलम आधारित कोर्स जो देश एवं विदेश में भारतीय नागरिकों के जीवन पर्यन्त लर्नरों की आवश्यकताआं की पूर्ति कर सकते हैं।
घ) प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए छात्रों (11वीं एवं 12वीं) की सहायता करना।
चैनल 01-10 सीईसी-यूजीसी द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं
चैनल 11-18 एनपीटीईएल द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं
चैनल 19-22 आईआईटी दिल्ली द्वारा उच्च विद्यालय के छात्रों के लिए प्रबंधित किए जाते हैं और इन्हें आईआईटी पाल कहा जाता है।
चैनल 23,24,25 एवं 26 इग्नू, नई दिल्ली द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं
चैनल 27,28 एवं 30 एनआईओएस, नई दिल्ली द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं
चैनल 29 यूजीसी- आईएनएफएलआईबीएनईटी, गांधीनगर द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं
चैनल 31 एनसीईआरटी द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं
चैनल 32 इग्नू एवं एनआईओएस द्वारा संयुक्त रूप से प्रबंधित किए जाते हैं
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