धान के भुगतान लेने किसान परेशान
गोपालगंज सहकारी कार्यालय के दरासीकला पंचायत के किसानों ने लगाई गुहार
सिवनी। गोंडवाना समय।
कृषि प्रधान देश और सरकार, सत्ता चलाने वाले किसान पुत्रों के राज में किसानों की किस्मत में खेत में उत्पाद के लिये खून पसीना बहाते हुये मेहनत करने के बाद अनाज को बेचने के लिये सबसे ज्यादा प्रताड़ित होना पड़ता है और बेच दिया तो उसकी कीमत पाने के दर दर भटकना पड़ता है। आजादी के बाद से आज तक सरकार की किसी की भी रही हो उसने आज किसानों को उसके द्वारा उत्पादित अनाज की कीमत तय करने का अधिकार नहीं दिला पाई और न ही किसान के दरवाजे से उसका अनाज खरीद पाई है ऐसा क्यों ?
पारिवारिक जीवन यापन में हो रही परेशानी
संकट के समय में जहां किसानों को घर पर रहना चाहिये वह धान के भुगतान पाने के लिये गोपालगंज सहकारी कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर है। दरासीकला पंचायत के लगभग 45 से 55 किसानों ने कलेक्टर से गुहार लगाया है कि उनके द्वारा जनवरी 2020 में धान बेचा गया था। विक्रय किये गये धान का भुगतान किसानों को अभी तक नहीं मिल पाया है। जिसके कारण उन्हें आर्थिक समस्याओं के साथ साथ असुविधा के चलते जीवन यापन करना पड़ रहा है।
ये है किसान
राहूल परिहार, प्रीतम सिंह शरणागत, भूमेन्द्र पटले, राजेन्द्र चौधरी, थान सिंह, तेज सिंहस, लता, जमीदार, करम सिंह, रामकिशोर, बस्तीराम, दुर्गाशंकर, डोलचंद्र, गोवर्धन, हिरकन बाई, ईश्वरदयाल, गुलाब सिंह, प्रमिला बाई, गुलाब, रामबती, संतोष, दयाराम, तारेलाल, मुन्नीलाल, चमारो बाई, सहित अन्य किसान शामिल है जिन्हें जनवरी 2020 के धान का भुगतान नहीं हो पाया है।