रिजर्व कैम्प में बाघ के हमले से श्रमिक चिंता बैगा की मृत्यू
मृतक के परिजन को 4 लाख रुपये सहायता
भोपाल। गोंडवाना समय।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के महा मन कैम्प में कार्यरत श्रमिक श्री चिंता बैगा, उम्र लगभग 38वर्ष की 2 अप्रैल को सुबह के लगभग 6 बजे बाघ द्वारा हमला किये जाने पर मौके पर ही मौत हो गई। श्रमिक शौच के लिए चौकी के समीप मैदान में गया था, जहाँ अचानक एक बाघ ने उस पर आक्रमण कर दिया और गर्दन से उसे घसीटकर के जाने लगा। ग्रामीणों के शोर मचाने पर बाघ भाग गया। ग्रामीणों द्वारा पास जाकर देखने पर श्री चिंता बैगा मृत अवस्था में पाए गए। बाघ द्वारा मृतक को खाया जाना नहीं पाया गया।
श्रमिक का चिल्लाना सुनकर कैम्प के दूसरे श्रमिक बाहर आए तथा शोर मचाया। शोर सुनकर पास के ग्राम गोह डी के सरपंच व ग्रामीण मौके पर पहुंचे तथा बाघ को श्री चिंता बैगा को घसीटकर ले जाते हुए देखा। घटना की सूचना मिलने पर क्षेत्र संचालक बांधवगढ़ श्री विनसेंट रहीम,प्रभारी उप संचालक श्री अनिल शुक्ला, परिक्षेत्र अधिकारी ताला,धमोखर,मगधी, खितौली,पर्यटन व स्टाफ मौके पर पहुंचा एवं पुलिस को सूचना दी। मौके पर थाना प्रभारी मानपुर,चौकी प्रभारी ताला व पुलिस बल पहुंचा व कार्यवाही की।
मृत श्रमिक का शव परीक्षण उपरांत मृतक के परिजनों को सौंपा गया और दाह संस्कार कराया गया। मृतक के परिवार में उनकी धर्मपत्नी श्रीमती शकुंतला के अलावा 2 बेटियां व एक बेटा है। शासन के नियमानुसार जनहानि प्रकरण के तहत परिक्षेत्र धमोखर के परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा रु 4 लाख की राशि मृतक के वारिस को देने का आदेश पारित किया गया है, जिसका भुगतान तात्कालिक रूप से पार्क विकास निधि से किए जाने हेतु मुख्य वन्य प्राणी अभि रक्षक द्वारा निर्देश दिए गए हैं। बाघ की सर्चिंग के लिए 3 हाथी लगाए गए हैं। क्षेत्र में रात्रि गश्त घटना स्थल से लगे क्षेत्रों में निरंतर करने के निर्देश क्षेत्र संचालक द्वारा दिए गए हैं।