उपार्जन में लगे हम्मालों को भी 50 लाख बीमा कवर दिया जाना विचाराधीन
खाद्य मंत्री ने की प्रदेश में खाद्यान्न वितरण की समीक्षा
भोपाल। गोंडवाना समय।
खाद्य एवं सहकारिता मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने प्रदेश में खाद्यान वितरण एवं रबी उपार्जन की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 4244 केन्द्रों पर किसानों से रबी फसलों की खरीदी की जा रही है। कल शाम तक 6 लाख 57 हजार 201 मीट्रिक टन उपज की खरीदी की गई। बताया गया कि प्रदेश में अब तक 10 लाख 93 हजार 420 मी. टन खाद्यान की खरीदी की गई है। इसमें से मार्केटिंग फेडरेशन के द्वारा 3 लाख 80 हजार 189 मी. टन और नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा 7 लाख 13 हजार 231 मी. टन खाद्यान क्रय किया गया है। अब तक 10 लाख 19 हजार 420 मी. टन खाद्यान की खरीदी हो गई है।
मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि रबी उपार्जन कार्य में लगे सहकारी संस्थाओं, खाद्य विभाग,नागरिक आपूर्ति निगम, सहकारिता विभाग और सहकारी बैंक के तुलाई हम्मालों को भी कोरोना वारियर्स की तरह 50 लाख रुपए के बीमा कवर का दिलाया जाना विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि उपज परिवहन की गति को तेज किया जाएगा, जिससे उपार्जन केन्द्रों में स्टाफ अनावश्यक ना बैठे। श्री राजपूत ने कहा कि यह भी प्रयास किया जाएगा कि खरीदी के समय दोबारा अनाज की तुलाई से बचने के लिए भंडारण केन्द्र पर व्यापारी भी एक ही स्थान पर उपस्थित रहें।
भोजन वितरण व्यवस्था
बैठक में बताया गया कि भोजन राहत हेल्प लाईन में कुल प्राप्त 88 हजार 971 आवेदनों में से 81 340 आवेदन निराकृत किए गए। शेष आवेदनों का निराकरण प्रचलन में है। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, गुना, मुरैना, धार, छिंदवाडा, रीवा, जबलपुर आरैर सागर में सर्वाधिक आवेदन भोजन व्यवस्था के लिए प्राप्त हुए। प्रदेश में हेल्प लाईन के माध्यम से 180 एनजीओ कार्यरत हैं। इनके साथ 117 एनजीओ फूड पैकेट वितरण का कार्य भी कर रहे हैं।
ग्वालियर-चंबल संभाग में कोरोना की स्थिति
खाद्य एवं सहकारिता मंत्री श्री राजपूत ने अपने प्रभार के ग्वालियर एवं चंबल संभाग के भिण्ड, दतिया, गुना और अशोक नगर जिलों में कोविड-19 की स्थिति की भी समीक्षा की। बैठक मेंबताया गया कि इन जिलों में पॉजिटिव की संख्या शून्य है। ग्वालियर एवं श्योपुर जिले में 4-4 पॉजिटिव केस दर्ज हैं। मुरैना में सर्वाधिक 16 प्रकरण पॉजिटिव पाए गए हैं। श्री राजपूत ने बताया कि कुल 24 प्रकरणों में से सिर्फ एक नया प्रकरण ग्वालियर में दर्ज किया गया है जबकि शेष 23 प्रकरण पुराने हैं।