कोरोना से निपटने मेें लापरवाही बरतने वाले सीएमएचओ निलंबित
सीएचएमओं की कार्यप्रणाली से अधिकारी-कर्मचारी भी थे परेशान
सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के आर शाक्यवार को कोरोना वायरस से निपटने के लिए दिए गए निर्देशों का पालन न करने एवं आदेशों को हवा में उड़ाने पर स्वास्थ्य आयुक्त प्रतीक हजेला ने तत्काल निलंबित कर आदेश जारी कर दिया है। निलंबन के बाद शाक्यवार को जबलपुर अटैच कर दिया गया है।
संबंधित मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बार-बार निदेर्शों के प्रति उदासीनता बरती गई तथा क्वारेन्टाइन सेंटर के बारे में कोई जानकारी प्रेषित नहीं की गई न ही बीमारी से बचाव के लिये पर्याप्त संख्या में पीपीई किट का संधारण किया गया था जिसके बाद उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। जानकारी के मुताबिक सीएचएमओ शाक्यवार की कार्यप्रणाली से स्वास्थ्य अमला भी बेहद परेशान था। सूत्र बताते हैं कि कई मर्तबा अधिकारी-कर्मचारियों की उनसे बहसबाजी भी हो चुकी थी।
कोरोना वायरस के लिए जिलास्तर पर कन्ट्रोल रूम का गठन
सतर्कता तैयारियों को लेकर कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक लेकर चिकित्सकों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
सिवनी। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव हेतु पूर्व सतर्कता तैयारियों के लिए गुरूवार 12 मार्च को कलेक्टर प्रवीण सिंह ने चिकित्सकों के साथ स्वास्थ्य विभाग के अन्य संबंधित कर्मचारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए ।
कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा बैठक में दिए निदेर्शानुसार जिला चिकित्सालय सिवनी में कन्ट्रोल रूम का गठन किया गया है । जिसका टेलीफोन नं.- 07692-220323, 227423, 220444 है तथा जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ. निर्मला पाण्डे का व्हाटसअप नंबर 790941053 / 9630886706 है जिस पर जिलेवासी कोरोना वायरस से संबंधित प्राप्त कर सकते हैं एवं दे सकते हैं । चीन, होंगकोंग, कोरिया, जापान, इटली, थाईलैन्ड, सिंगापुर,ईराक,मलेशिया, फ्रांस, स्पेन एवं जर्मनी आदि देशों से आने वाले यात्रियों में संक्रमण के लक्षण न दिखने पर 14 दिनों के लिए होम आईसोलेशन में रखने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही विदेश यात्रा से जिले में आने वाले अनिवासी संभावित मरीजों के लिए रहवासी इलाके से दूर ओबीसी हॉस्टल परतापुर रोड सिवनी में कोरनटाईन सेंटर का निर्माण में किया गया है।
कोरोना वायरस क्या है
यह विषाणु जन्य बिमारी है जिससे सामान्यत: जानवरो में बीमारियॉ होती है, कभी कभी ये मनुष्यों में संक्रमण करता है, मुनष्यों में इसके लक्षण खांसी, बुखार एवं श्वास लेने में तकलिफ, छाती में जकडन इत्यादि प्रमुख
लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार, सिरदर्द, गले में खरास, छोटे बच्चों और बुजुर्ग व्यक्तियों में एवं ऐसे व्यक्तियों में जिनमें प्रतिरक्षण की क्षमता कम होती है ये निमोनिया ब्रोकाईटिस इत्यादि गंभीर बीमारियां उत्पन्न करता है।
लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार, सिरदर्द, गले में खरास, छोटे बच्चों और बुजुर्ग व्यक्तियों में एवं ऐसे व्यक्तियों में जिनमें प्रतिरक्षण की क्षमता कम होती है ये निमोनिया ब्रोकाईटिस इत्यादि गंभीर बीमारियां उत्पन्न करता है।
कोरोना से बचाव के लिए क्या करें
यदि कोई व्यक्ति पिछले 01 माह कि दौरान चीन देश या किसी अन्य प्रभावित देश के भ्रमण से आया हो या वायरस संक्रमित रोगीं के सम्पर्क में आया हो तो उपरोक्त लक्षण होने पर नजदिकी चिकित्सालय/स्वास्थ्य केन्द्र पर अनिवार्य रूप से सम्पर्क करें। संक्रमित व्यक्ति के निकट सम्पर्क में आने से बचें। नियमित रूप से दिन में कई बार हाथो को साबून एवं साफ पानी से धोएं। यदि हाथ धोना संम्भव न हो तो एल्कोहल युक्त सेनिटाईजर का उपयोग करें। बिना हाथ धोएं अपनी आॅख मुंह एवं नाक को ना छूएं। खासने अथवा छिकतें समय अपने मुंह एवं नाक को रूमाल से ढंके। संक्रमित सामग्रियों के सम्पर्क में आने के बाद आॅख या नाक छूने से बचे। मास्क का उपयोग करें एवं लोगों से दूरी बनाये रखें। अधिक मात्रा में तरल पदार्थ तथा पौषिक आहर का सेवन करें। शिष्टाचार में हाथ न मिलायें, गले न लगायें एवं अन्य बढ़ाने वाले कार्य न करें। अनावश्यक यात्रा से परहेज करें तथा भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें। बिना चिकित्सकीय परामर्श के दवा न लें। जहॉ तक संभव हो सके जिले मे बडे पैमाने पर हाने वाले समारोह में जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा जिले वासियों से बुखार सर्दी-जुकाम, खासी आदि होने पर चिकित्सकों से सलाह लेने की अपील की गई है।