महिलाओं को अपने मनोबल को सदैव ऊंचाई पर बनाये रखने का संदेश देता हैं सब्बमित्ता
सिंधु घाटी सभ्यता का नेतृत्व भी महिलाओं के हाथों में ही था
भोपाल। गोंडवाना समय।
सब्बमित्ता महिला ग्रुप द्वारा दुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि सभागृह में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। ध्रुपद गायिका सुरेखा काम्बले के नेतृत्व में गायन का कार्यक्रम किया गया। समारोह में मैत्री सामाजिक एवं शैक्षणिक समिति की अध्यक्षा रजनी पुण्यशील ने महिलाओं की स्थिति को अवगत कराते हुए कहा कि महिलाओं ने ही आदिकाल में कृषि सभ्यता की खोज की और आग का आविष्कार भी महिलाओं की ही देन हैं। सिंधु घाटी सभ्यता का नेतृत्व भी महिलाओं के हाथों में ही था लेकिन कालांतर के साथ महिलाओं को मानसिक रूप से गुलाम बनाने की कोशिश की गई।
जब इनके मन में करुणा जागी तो बन गई मदर टेरेसा
फिर भी जब इनके मन में करुणा जागी तो मदर टेरेसा बन गयी । देश पर शासन करने का वक्त आया तो इंदिरा बन गई लेकिन आज पूरा नारी जगत कृतज्ञ हैं तो केवल सावित्री ज्योतिबा फूले और उनकी सहयोगी फातिमा शेख जिनकी बदौलत नारियों का प्रथम विद्यालय खोला गया। इस प्रकार भारतीय संविधान के हिन्दू कोड़ बिल के प्रति धन्यवाद अदा किया। कार्यक्रम का आयोजन महिलाओं का महिलाओं के लिए और महिलाओं के कुशल नेतृत्व में किया गया।
प्रतियोगिता आयोजन के साथ पौधों का किया वितरण
कार्यक्रम में मेहंदी प्रतियोगिता, डांस प्रतियोगिता,गायन प्रतियोगिया और चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित कि गई। कार्यक्रम का आयोजन मैत्री सामाजिक एवं शैक्षणिक समिति भोपाल, माधोराव रंगारे वेलफेयर सोसायटी, मधुरम सांस्कृतिक एवं साहित्यिक समिति और सावित्रीबाई फुले महिला गुट के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर सभी महिलाओं को पर्यावरण के प्रति जागरूकता को लेकर पौधों का वितरण किया गया। इसके साथ ही कार्यक्रम में फोटोवाला राइट एंगल स्टार्ट अप ने कैमरे के साथ बखूबी कवर किया । कैमरे के माध्यम से दीपक दोहरे एवं विवेक सेन ने प्रारंभ से लेकर अंत तक महिलाओं का उत्साहवर्धन किया।