कोदो-कुटकी के लड्डू व आयरन की गोलियां खिलाकर, कुपोषण दूर करने गांव-गांव चला रहे अभियान
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत कर रहे ग्रामीणों को जागरूक
डिंडौरी। गोंडवान समय।
मध्य प्रदेश का जनजाति बाहुल्य जिला डिंडौरी में कुपोषण को दूर करने, गांव-गांव में किशोर-किशोरियों की शारीरिक जांच करने के लिये राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के माध्यम से डिंडौरी जिले के गांव-गांव में अभियान चलाया जा रहा है।
डिंडौरी जिले में किशोर-किशोरियां में खून की कमी, कुपोषण की समस्यायें तो है ही साथ में विवाहित महिलाओं में खून की कमी की स्थिति पाई जा रही है। स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्रों, हाट-बाजार, चौपाल में दे रहे मार्गदर्शन
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बीते 1 माह से निरंतर डिंडौरी जिले में गांव-गांव में जनजागरूकता के तहत अभियान चलाया जाकर डॉ ऋितु पेंद्रो एएमओ एवं आरकेएसके पूरी टीम व अन्य स्टाफ के साथ में मार्गदर्शन दिया जा रहा है। इस दौरान स्कूलों में किशोर-किशोरियों के साथ साथ स्कूलों के शिक्षकों, मध्यान भोजन बनाने वाले स्वसहायता समूह को कुपोषण दूर करने के लिये पोषक तत्वों की जानकारी दी जाती है
वहीं आंगनवाड़ी केंद्रो में भी कुपोषण व खून की कमी को दूर करने के उपाय की जानकारी प्रदान किया जा रहा है। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत डिंडौरी जिले के हाट-बाजारो में भी कुपोषण को दूर करने के लिये महत्वपूर्ण उपाय की जानकारी प्रदान की जा रही है इसके साथ पंचायतो में चौपाल के माध्यम से जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।बाल-विवाह, स्वास्थ्य-स्वच्छता को लेकर भी जनजागरूकता अभियान
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम में ही बाल विवाह रोकने को लेकर भी अभियान चलाया जा रहा है इसके लिये चित्रकला, निबंध प्रतियोगिता व अन्य प्रतियोगिताओं के माध्यम से जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
इसके साथ ही स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से शारीरिक जांच की जा रही है। इसके साथ ही ग्रामीण अंचलो में