रैविज वैक्सीन लगाने में लखनादौन अस्पताल में हो रही लापरवाही
नियमानुसार नहीं लग पाया बच्चे को रैविज का इंजेक्शन
लखनादौन। गोंडवाना समय।
लखनादौन अस्पताल से लगभग 35 किलोमीटर दूर ग्राम पाटन में ढाई वर्ष के बच्चा हरपित इनवाती को 13 मार्च 2020 की शाम को गांव8 में ही कुत्ते ने काट लिया था। जिसे दूसरे दिन 14 मार्च 2020 को लखनादौन अस्पताल परिजन लेकर पहुंचे थे। जहां पर अस्पताल में मौजूद डॉक्टर राजेश डेहरिया ने बच्चे का उपचार किया था। उपचार के दौरान रैविज वैक्सीन लगाने के लिये पर्ची में लिखकर दिया था।
पहले किया मना फिर बाद में लगाया इंजेक्शन
डॉक्टर के द्वारा लिखे पर्ची के बाद जब बच्चे के परिजन लखनादौन अस्पताल में एक्स्रा आॅपरेटर नर्स के पस रैविज का वैक्सीन लगवाने के लिये पहुंचे। वहां पर मौजूद नर्स द्वारा पहले कहा गया कि रैविज का वैक्सीन अस्पताल में मौजूद नहीं है। इसके बाद जब पुन: आकर कहा गया कि डॉक्टर साहब ने बोले है कि अस्पताल में रैविज वैक्सीन उपलब्ध है। इसके बाद फिर भी टाल मटोल करते हुये कहा गया कि स्टोर रूम पर कोई नहीं है, वहां पर ताला लगा हुआ है। इसके बाद बच्चे के परिजनों के द्वारा डॉक्टर साहब व वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत करने की बात कहा गया तब एक्स्रा आॅपरेटर नर्स ने स्टोर रूम से रैविज बैक्सीन लाकर लगा दिया गया था। वहीं इसके बाद एक दिन के अंतराल के बाद में दूसरा इंजेक्शन अस्पताल में नहीं लगाया गया और बच्चे के परिजनों को कहा गया कि कल आकर लगवा लेना। जबकि आर्थिक रूप से कमजोर परिजन 35 किलोमीटर दूर से किराया लगाकर अस्पताल पहुंचे थे लेकिन समय पर पहुंचने के बाद भी नहीं लगाया गया।
भोजन अवकाश के नाम आते है लेट
लखनादौन अस्पताल में भोजन अवकाश का समय दोपहर में 1.30 बजे से 2.15 बजे तक है लेकिन अधिकांशतय: देखने में यह आता है कि 3 बजे के बाद ही अस्पताल का स्टाफ आता है।