चौथी बार ओले की मार, चने से लेकर आंवला आकार, 78 गांव प्रभावित
जिले भर में अलग-अलग समय में बारिश और ओले गिरे
सिवनी। गोंडवाना समय।
शुक्रवार को जिले के कई क्षेत्रों में सुबह से ही मौसम खराब हो गया था। उगली,सोनखार,रूमाल क्षेत्र में सुबह झमाझम बारिश हुई। वहीं दोपहर बाद सिवनी और बरघाट और कुरई क्षेत्र में ओले की मार पड़ी। सिवनी जिले में चौथी बार ओलावृष्टि हुई है। जिसमें चने से लेकर आंवला आकार के ओले गिरने एवं 78 गांव प्रभावित होने की
जानकारी प्रशासन ने पुष्टि की है। हालांकि आंवला आकार के बेगजब ओले गिरने के बाद हरी-भरी फसल को नुकसान न हुआ हो यह संभव ही नहीं है। जानकारी के मुताबिक बरघाट विकासखंड के 13 और सिवनी विकासखंड के 50 गांव में ओले गिरने की चर्चाएेंं हैं। हालांकि नुकसानी कितनी हुई है यह तो मौसम साफ होने के बाद ही पता चल पाएगा।
मुख्यालय सहित जिले के बरघाट व कुरई ब्लॉक में शुक्रवार शाम अचानक बिगड़े मौसम के बाद तेज बारिश के साथ 25 से 30 सेकेंड तक ओलावृष्टि हुई। हालांकि कई जगह रूक-रूक कर बार-बार ओलावृष्टि का भी नजारा देखने को मिला। मुख्यालय में शाम 4.20 से 4.32 तक चने से लेकर आंवला आकार के ओले गिरे। ओलावृष्टि
से फसलों को काफी नुकसान पहुंचने की संभावना है।
50 से अधिक गांवों में हुई ओलावृष्टि
सिवनी ब्लॉक में लखनवाड़ा से लेकर फुलारा तक व गोपालगंज क्षेत्र के करीब 30 से 40 गांवों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। बरघाट ब्लॉक में भी 13 गांवों में ओलावृष्टि होने की खबर है। कुरई ब्लॉक के 15 गांवों में ओलावृष्टि होने से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
सिवनी व बरघाट ब्लॉक में ज्यादा नुकसान
ओलावृष्टि से सिवनी व बरघाट ब्लॉक में ज्यादा नुकसानी की संभावना है। सिवनी ब्लॉक के फुलारा, लखनवाड़ा, सिमरिया, कारीरात, कातलबोड़ी, फरेदा, खैरी, मरझोर, करहैया, ऐरपा, बम्होड़ी, नंदौरा, सीलादेही सहित 20 से अधिक गांवों में ओलावृष्टि हुई। इसी तरह बरघाट ब्लॉक के साल्हे, मलारा, जेवनारा, कांचना, खुसीर्पार, बम्होड़ी, सेलुआ, ताखला, पिंडरई, मूंडापार सहित 15 से अधिक गांवों में ओलावृष्टि हुई। कुरई ब्लॉक में मुंडारा व आसपास के 10 से 15 गांवों में ओलावृष्टि होने की खबर है। सर्वे के बाद ओला प्रभावित गांवों की संख्या और अधिक बढ़ सकती है।
सिवनी शहर में रूक-रूक कर गिरे ओले-
मुख्यालय में 4.20 बजे से तकरीबन 10 मिनट तक ओलावृष्टि होने के बाद गरज चमक के साथ तेज बारिश होते रही। एक घंटे बाद फिर तेज बारिश के साथ करीब दो मिनट चने के आकार के ओले गिरे। कुछ देर मौसम खुलने के बाद पुन: रिमझिम बारिश का दौर देर शाम तक चलता रहा।
खेतों में बिछ गई ओले की परत -
अचानक बिगड़े मौसम के बाद तेज बारिश व ओलावृष्टि से खेतों में ओले की परत बिछ गई। देर शाम तक खेतों में गिरे ओले नहीं पिघले। इससे नुकसानी बढ़ने की संभावनाएं किसानों ने व्यक्त की हैं। किसानों ने बताया कि इस समय गेहूं की फसल पकने की तैयारी में आ गई है। वहीं ओलावृष्टि से गेहूं की खड़ी फसल खेतों में आड़ी
हो गई। किसानों ने बताया कि ओले की मार से गेहूं की फसल में आई बालें (दाने) झड़कर खेतों में बिखर गए हैं। इससे गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा चने की फसल भी तेज बारिश व ओलावृष्टि से प्रभावित हुई है। साथ ही टमाटर, हरी धनिया, भटा, गोभी व मटर सहित अन्य फसलों को नुकसान होने की संभावना है। सर्वे पूरा होने के बाद नुकसानी की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
छपारा में तेज बारिश -
जिले के छपारा में शुक्रवार तड़के जोरदार बारिश हुई। दोपहर करीब 11 बजे हल्की बारिश दर्ज की गई। तेज हवा के साथ हुई जोरदार बारिश से खेतों में लगी गेहूं की खड़ी फसल आड़ी हो गई। इससे क्षेत्र के किसान परेशान हैं। किसानों का कहना है कि पिछले माह ही बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से नुकसानी हुई थी। अब जो फसल बची है वह भी तेज बारिश के कारण बर्बाद होने की कगार पर आ गई है। छपारा के अलावा लखनादौन में शुक्रवार दोपहर हल्की बारिश हुई।
शनिवार से शुरू होगा सर्वे -
सिवनी तहसीलदार प्रभात मिश्रा ने बताया कि लखनवाड़ा से फुलारा क्षेत्र व गोपालगंज क्षेत्र तक के 30 से 40 गांवों में प्रारंभिक तौर पर ओलावृष्टि, बारिश होने की सूचना मिली है। वहीं कुरई तहसीलदार हरीश लालवानी ने बताया कि मुंडारा व आसपास के 10 से 15 गांवों में ओलावृष्टि होने की सूचना है। शनिवार से ओलावृष्टि से हुई
नुकसानी का आंकलन किया जाएगा। सर्वे के लिए पटवारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।
एक घंटे गुल रही बिजली, सड़कों में फैली गंदगी
मुख्यालय में ओलावृष्टि व बारिश के कारण शाम तकरीबन 5.15 बजे से 6.15 बजे तक एक घंटे बिजली गुल ररही। इससे शहरवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। तेज बारिश के कारण शहर की मुख्य सड़कों, बुधवारी बाजार में गंदगी फैल गई। नालियों की सफाई नहीं होने से तेज बारिश के बहाव में नाली व नालों में जमा गंदगी सड़कों में फैलने से लोगों को दिक्कतें हुई।