भारत सरकार ने इस वर्ष विज्ञान दिवस महिला वैज्ञानिकों को समर्पित किया
भोपाल। गोंडवाना समय।
सर्च एंड रिसर्च डेवलपमेंट सोसायटी द्वारा गांधी पीआर कॉलेज कैंपस में भारत की महान वैज्ञानिक परंपरा को समर्पित करते हुए साइंस डे का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों ने भारत की महान वैज्ञानिक परंपरा की जानकारी देते हुए भारत के महान वैज्ञानिकों शोध एवं अनुसंधानों की जानकारी दी।
सोसायटी की अध्यक्षा डॉ मोनिका जैन ने कहा कि विज्ञान और तकनीक के माध्यम से मानव जीवन को आसान व सुविधापूर्ण बनाने में महिला वैज्ञानिकों का बराबरी का योगदान है। इस बात को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार ने इस वर्ष विज्ञान दिवस महिला वैज्ञानिकों को समर्पित किया है और इस वर्ष के साइंस डे की थीम वीमेंस इन साइंस है।विज्ञान एवं तकनीकी के महत्व को उदाहरणो के माध्यम से समझाया
वरिष्ठ पत्रकार डॉ.अनिल सिरवैया ने विज्ञान एवं तकनीकी के महत्व को उदाहरणो के माध्यम से समझाया तथा उन खोजो के बारे में बताया जिन्होंने हमारे जीवन की आधारभूत आवश्यकताओं को पूर्ण करने के साथ अंतरिक्ष तक सीधे हमारी पहुंच बना दी है। कार्यक्रम की शुरूआत भारत का गौरव वैज्ञानिक डॉ. सी वी रमन की उन वैज्ञानिक उपलब्धियों तथा खोजो के बारे में बता कर किया गया। जिससे छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत हुई। डॉ राजीव जैन ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के इतिहास की जानकारी देते हुए कहा कि महान वैज्ञानिक डॉ सी वी रमन ने इसी दिन 'रमन प्रभाव' (फेंंल्ल एााीू३) का आविष्कार किया था। इस खोज के सम्?मान में 1986 से इस दिन को राष्?ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाने का चलन है ।
'साइंस क्विज' का आयोजन किया गया
गांधी पी आर कॉलेज के चेयरमैन सुरेन्द्र गांधी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मौजूदा परिदृश्य पर अपने विचार रखे। प्राचार्य तैयब सैफी ने भारत के निर्माण में महिला वैज्ञानिकों की भूमिका पर अपने विचार रखे। डॉ मोनिका जैन द्वारा विज्ञान के प्रश्नों पर आधारित 'साइंस क्विज' का आयोजन किया गया। जिसमें विजयी छात्रों को पुरस्कार वितरित किए गए।कार्यक्रम में गुजरात से कुसुम बेन और हरीश पटेल तथा प्रोफेसर शीतल साहू,ज्योति उपाध्याय उपस्थित रहे।