स्काउट-गाइड बच्चों और किशोरों को देश सेवा के लिए तैयार करने में निभाते हैं महत्वपूर्ण भूमिका-सुश्री अनुसुइया उईके
राज्यपाल भारत स्काउट एवं गाईड छत्तीसगढ़ के राज्य पुरस्कार प्रमाण पत्र वितरण एवं अलंकरण समारोह में हुई शामिल
रायपुर। गोंडवाना समय।
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने गुरूवार को राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के राज्य पुरस्कार प्रमाण पत्र वितरण एवं अलंकरण समारोह में राज्य के उत्कृष्ट स्काउट एवं गाइड, रोवर, रेंजर्स और स्काउटर्स तथा गाइडर्स को सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि स्काउट्स और गाईड्स बच्चों और किशोरों को रचनात्मक दिशा देने, उनके बीच समाज सेवा बढ़ाने और उन्हें देश सेवा के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने कहा कि इस संगठन से जुडेÞ बच्चे मनोवैज्ञानिक रूप से अधिक सशक्त, अनुशासनप्रिय और सृजनात्मक व्यक्तित्व के स्वामी बनते हैं। राज्यपाल ने प्रतिवर्ष 03 स्काउट्स एवं गाईड्स को 10 हजार रूपए, 02-02 रोवर्स एवं रेंजर्स को पांच हजार रूपए और 03-03 स्काउटर्स एवं गाइडर्स को 10 हजार रूपए नगद पुरस्कार देने की घोषणा भी की।
स्काउट्स एण्ड गाईड्स के जनक सर राबर्ट बाडेन-पावेल को स्मरण किया
राज्यपाल ने स्काउट्स एण्ड गाईड्स के जनक सर राबर्ट बाडेन-पावेल को स्मरण किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ स्काउट्स एवं गाईड्स के सभी पदाधिकारियों, पुरस्कृत सभी स्काउटर, गाईडर और लीडर को उनकी उपलब्धियों के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद हमेशा युवाओं और किशोरों के प्रेरणा स्रोत रहे हैं। उन्होंने कहा था अगर मुझे तेजस्वी, श्रद्धासंपन्न, दृढ़विश्वासी और नि:स्वार्थ सेवा करने वाले कुछ युवा मिल जाएं तो मैं पूरी दुनिया को बदल कर रख सकता हूं।
भारत स्काउट्स एण्ड गाईड्स एक ऐसा संगठन है जिसकी शाखाएं पूरे देश में विविधता में एकता की भावना तथा वसुधैव कुटुम्बकम की भावना बढ़ाने में इस संगठन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राज्यपाल ने विश्वास जताते हुए कहा कि स्काउट्स, गाइड्स के रूप में जो कुछ भी सीखा, समझा और ग्रहण किया है, उन गुणों को आप अपनी जिन्दगी में भी उतारने का प्रयास करेंगे। ये गुण जीवन के हर मोड़ और कठिनाइयों में विश्वास, संबल और प्रेरणा भी देंगे।
इसकी मूल अवधारणा सेवा, समर्पण और अनुशासन है
राज्यपाल के सचिव श्री सोनमणि बोरा ने कहा कि स्काउट एवं गाइड्स एक ऐसा कार्य है जिनसे हम जीवन भर जुड़े रह सकते हैं। इसकी मूल अवधारणा सेवा, समर्पण और अनुशासन है। यह कार्यक्रम नहीं आंदोलन है। उन्होंने आग्रह किया कि इस कार्य से सदैव जुड़े रहें।
श्री बोरा ने स्काउट्स एवं गाइड्स में बाएं हाथ से हाथ मिलाने की परम्परा की सराहना की और कहा कि इसका अर्थ यह माना जाता है कि इससे सीधे दिल से रिश्ता बनता है और आत्मीयता बढ़ती है। कार्यक्रम को स्काउट्स एवं गाइड्स के राज्य मुख्य आयुक्त एवं विधायक श्री विनोद चन्द्राकर और कार्यकारी अध्यक्ष श्री राजेश अग्रवाल ने भी अपना संबोधन दिया। इस अवसर पर राज्य भर से आए स्काउट्स एवं गाइड्स, रोवर्स एवं रेंजर्स उपस्थित थे।