इसमें पुलिस बल की महिमा और वीरता का बखूबी किया गया बखान
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीदों को किया नमन
35 हजार 134 पुलिसकर्मियों ने कर्तव्य पालन के लिए अपने प्राणों की दी आहुति
भोपाल/नई दिल्ली। गोंडवाना समय।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने नई दिल्ली में चाणक्यपुरी स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पहुंचकर शौर्य शिला पर श्रद्धा-सुमन अर्पित कर शहीदों को नमन किया। सीमा सुरक्षा बल की टुकड़ी ने मुख्यमंत्री को गार्ड आॅफ आॅनर से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय पुलिस संग्रहालय, शौर्य गाथा खण्ड और मध्यप्रदेश पुलिस को समर्पित खण्ड का अवलोकन किया।
संग्रहालय में मुख्यमंत्री ने आगन्तुक पुस्तिका में व्यक्तिगत विचार व्यक्त करते हुए लिखा कि ''राष्ट्रीय पुलिस स्मारक को देखना एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षण। इसमें पुलिस बल की महिमा और वीरता का बखूबी बखान किया गया है। यह स्मारक राष्ट्रीय पुलिस स्थापना के इतिहास और वीरता का परिचायक है।''शहीद पुलिसकर्मियों की स्मृतियां संजोने के लिए है समर्पित
इस अवसर पर प्रदेश के पुलिस महानिर्देशक श्री वी. के. सिंह, बी.एस.एफ. के डी.जी. श्री विवेक जौहरी, मध्यप्रदेश पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री मुकेश जैन सहित राज्य एवं केन्द्र सरकार के कई
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे। देश की राजधानी नई दिल्ली के चाणक्यपुरी क्षेत्र में बने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक परिसर में शौर्य शिला की स्थापना उन बलिदानी पुलिसकर्मियों के सम्मान में की गई है, जिन्होंने
राष्ट्रीय एकता, अखण्डता और सुरक्षा को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यहां स्थित संग्रहालय भी शहीद पुलिसकर्मियों की स्मृतियां संजोने के लिए समर्पित है। राष्ट्रीय पुलिस संग्रहालय में पुलिस प्रणाली के इतिहास और उसमें निरन्तर होने वाले विकास को प्रदर्शित किया गया है। इसी तरह, शौर्य गाथा खण्ड में उन 35 हजार 134 पुलिसकर्मियों के नाम दर्ज हैं, जिन्होंने आजादी के बाद कर्तव्य पालन के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।