बिरसा मुण्डा के आंदोलन से ही देश में भड़की थी आजादी की ज्वाला
गोरखपुर(ऊसरी) में बिरसा मुण्डा जयंती कार्यक्रम संपन्न
नरसिंहपुर/गोरखपुर। गोंडवाना समय।
क्रांतिसूर्य महामानव बिरसा मुण्डा जयंति के अवसर पर नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र के गोरखपुर(ऊसरी) में अंग्रेजों से आजादी के संघर्ष के दौरान भारत की स्वतंत्रता क्रांति के महानायक, धरती आबा, क्रांतिसूर्य महामानव आदिवासी जननायक भगवान बिरसा मुण्डा की जन्म जयंती को भव्यता के साथ धूमधाम के साथ संकल्प समारोहके रूप में मनाया गया।
जयंति समारोह का शुभारंभ इष्ट देव प्रकृति शक्ति बड़ादेव सुमरनी एवं महामानव बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण से किया गया। जयंति समारोह कार्यक्रम के दौरान आदिवासी छात्राओं द्वारा गोंडी लोक नृत्यों की प्रस्तुति एवं उपस्थित वक्ताओं द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के जीवन व अंग्रेजों से आजादी जल, जंगल, जमीन की लड़ाई मे क्रांतिसूर्य महामानव बिरसा मुण्डा जी के द्वारा किये गये क्रांतिकारी आंदोलन के साथ उनके महत्वपूर्ण योगदान को याद किया गया।
जल, जंगल व जमीन आंदोलन भारत जन आंदोलन बन कर उभरा
वक्ताओं के द्वारा दिये गये उद्बोधन में विशेष रूप से यह कहा गया कि आज आदिवासी समाज महामानव बिरसा मुण्डा जी को भगवान मानता है जिन्होने अपनी छोटी उम्र में ही भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी दिलाने के लिये क्रांति का बिगुल फूंका एवं अंग्रेजों जमीदारों के द्वारा किसानों पर किये जा रहे अत्याचार को लेकर देश व समाज के हक अधिकारो की खातिर अपना बलिदान दे दिया था। क्रांतिसूर्य महामानव बिरसा मुण्डा जी का जल, जंगल व जमीन आंदोलन भारत जन आंदोलन बन कर उभरा और सम्पूर्ण देश में आजादी की ज्वाला बन कर भड़की थी जिससे लोगों में अंग्रेजी हुकुमत की गुलामी से आजादी पाने के लिये ऊर्जा का संचार किया।
देवठाना, सामुदायिक भवन, कन्या छात्रावास की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन
बिरसा मुण्डा जयंति कार्यक्रम के दौरान गोंड समाज महासभा नरसिंहपुर द्वारा महामहिम राष्ट्रपति, महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री व कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया। सौंपे गये ज्ञापन में प्रमुख रूप से ग्राम गोरखपुर उसरी में गोंडवाना सामुदायिक भवन बनाया जाने, आदिवासी छात्राआें के लिये 100 सीटर कन्या छात्रावास बनाये जाने की मांग, माछा नदी के बुढ़ैना ग्राम के ऊपर बांध बनवाये जाने, आदिवासी ग्रामों में देवठानों का मरम्मत कार्य कराया जावे, प्रत्येक ग्राम के शमशान घाट की भूमि को संरक्षित किया जाने की मांग की गई है।
अतिथिगणों के साथ हजारों की संख्या में मौजूद रहे सगाजन
जयंति समारोह कार्यक्रम में हजारों की संख्या में ग्रामवासियों एवं क्षेत्रीय ग्रामों से आये सगाजनों की उपस्थिति रही। इस दौरान विशेष रूप से उपस्थित अथितिगणों में एम. एस. धुर्वे जिला अध्यक्ष गोंड समाज महासभा नरसिंहपुर, महेंद्र कुमरे, रणधीर सिंह इरपाचे, सुरेश तेकाम, अमर ऊइके, किशोरीलाल परते, हाकम बाडीवा, जे.एस.धुर्वे, नंदलाल जी, हरगोविंद कुरसेंगा, संदीप ताराम, श्रीराम मस्कोले, अरविंद उइके, शंकर शाह बट्टी, कालीचरण यहके आदि अनेक वरिष्ट जनों की गरिमामय उपस्थिति रही। वहीं कार्यक्रम का संचालन कमलेश ऊइके एवं समापन आभार प्रमोद कुरसेंगा द्वारा किया गया।