ऐरियस के नाम पर अवैध वसूली,अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे शिक्षक अध्यापक संघ
प्राचार्य आईडी बिसेन पर अवैध वसूली के लगाए गए आरोप
घंसौर। गोंडवाना समय।
घंसौर विकासखंड के शिक्षकों से ऐरियस की राशि के नाम पर अवैध वसूली किए जाने के मामले को लेकर शिक्षक अध्यापक संघ के बैनर तले दो दर्जन से अधिक अध्यापक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। शासकीय हाई स्कूल केदारपुर के प्राचार्य आईडी बिसेन पर उन्हीं के संकुल के अंतर्गत आने वाले शिक्षकों ने रिश्वत लेने के संगीन आरोप लगाए हैं। हालांकि प्राचार्य आईडी बिसेन अध्यापकों के आरोपों को खारिज कर रहे हैं।
राशि वसूली के आरोप-
हड़ताल पर बैठे हुए शिक्षकों ने बताया है कि जन शिक्षक किद्ररई मैं सेवा पुस्तिका संसाधन एवं छठा वेतन के एरियस की प्रथम द्वितीय किस्त दिलाएं जाने के नाम पर विगत 1 वर्ष से एक हजार सत्तर रूपए की राशि प्रत्येक शिक्षक से जन शिक्षक केंद्र के प्रभारी राजेंद्र तिवारी द्वारा वसूली की गई है जो कि आईडी बिसेन द्वारा वसूली कराए जाने के आरोप लगाए गए हैं लेकिन आज दिनांक तक ऐरियस की राशि नहीं दिलाई गई है। जनसुनवाई के माध्यम से की गई थी शिकायत लेकिन कोई निराकरण नहीं की।
हड़ताल पर बैठे हुए अध्यापकों ने बताया कि विगत 14 माई 2019 को समस्त अध्यापक के द्वारा विकास खंड अधिकारी उषा किरण गुप्ता के पास भी इस समस्या को लेकर पहुंचे थे लेकिन उन्होंने भी उनकी समस्या का निराकरण नहीं किया। हालांकि उनके द्वारा संबंधी प्राचार्य आईडी बिसेन को बुलाकर इस समस्या को हल करने की बात कही थी। उसके बाद जनसुनवाई के माध्यम से भी इस मामले की शिकायत की गई थी लेकिन निराकरण नहीं हुआ।
प्राचार्य आईडी बिसेन को हटाने की मांग-
ऐरियस की राशि न मिलने व ऐरियस की राशि के नाम पर वसूली कराए जाने का आरोप लगाते हुए 22 अक्टूबर से हड़ताल पर बैठे अध्यापकों ने प्राचार्य आईडी बिसेन को हटाए जाने की मांग करने लगे हैं।
आजाद अध्यापक संघ का भी समर्थन-
आजाद अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष कपिल बघेल ने बताया कि किंदरई संकुल के अध्यापकों की ऐरियस की राशि की मांग जायज है। एक साल से उनकी सेवा पुस्तिका दुरूस्त नहीं की गई है। बार-बार शिकायत की गई है लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया है। अगर जल्द ही उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया तो आजाद अध्यापक संघ जिला स्तरीय आंदोलन करेगा।
बांटने हैं एक करोड 70 लाख पैसा पहुंचा 12 लाख-
हड़ताल पर बैठे हुए अध्यापकों द्वारा ऐरियस की राशि की अवैध तरीके से वसूल कराए जाने के लगाए गए आरोप को प्राचार्य आईडी बिसेन ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। श्री बिसेन का कहना है कि किंदरई और केदारपुर संकुल के अध्यापकों को एक करोड़ 70 लाख रुपए की राशि ऐरियस के रूप में बांटी जानी है लेकिन शासन स्तर से 12 लाख रुपए प्रदाय किए गए थे। जिसमें छह लाख किंदरई और छह लाख केदारपुर के कुछेक अध्यापकों को वितरित किए गए हैं जिनकी सूची में ऊपर नाम थे। उनका यह भी कहना है कि बिल में बीडीओ मेडम हस्ताक्षर कर चुकी है और जैसे ही शासन से बजट आएगा उसके बाद अध्यापकों की ऐरियस की राशि वितरित कर दी जाएगी। उन्होंने तो यह भी कहा कि शासन के बजट के अभाव में तो वेतन के भी लाले पड़े हैं।
... तो क्यों नहीं कराई थाने व लोकायुक्त में शिकायत-
आईडी बिसेन का कहना है कि यदि उन्होंने अध्यापकों से अवैध वसूली की है या करवाई है तो अध्यापकों ने इस मामले की शिकायत पुलिस या लोकायुक्त से क्यों नहीं की। अगर पैसे लेने-देने के कोई सबूत हैं तो सामने उजागर करें। उन्होंने यह भी कहा कि हड़ताल पर बैठे अध्यापक खुद अपने बच्चों व जिस भगवान को मानते हैं उस पर हाथ रखकर कसम खाकर बताऐं कि उन्होने कब पैसे दिए हैं।
इनका कहना है ...
जिले में ऐरियस की राशि के वितरण को लेकर कहीं शिकायत नहीं आई है। बजट आया हुआ है कि बिल नहीं लगाए होंगे जिसके कारण परेशानी आ रही है। इस मामले में गंभीरता से लेते हुए जांच कराई जाएगी और आईडी बिसेन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एसएस मरकाम,सहायक आयुक्त सिवनी।