कोयान द विजन के विद्याार्थियोें ने राजा दलपत शाह व रानी दुुुर्गावती की भूूमिका में जयंंति मनाकर बताया गोंडवाना शासन का स्वर्णिम इतिहास
रानी दुर्गावती प्र्रतिमा पर माल्यापर्ण कर रैली निकालकर पहुंंचे संविधान निर्माता बाबा अंबेडकर स्मारक
सिवनी। गोंडवाना समय।शनिवार को जब सिवनी शहर के व्यस्तम क्षेत्र कचहरी चौक में राजा-रानी के साथ सैनिकों की भूमिका में गोंडियन संस्कृति पर आधारित परिधान पौषक में सजे हुये युवाओं को देखा तो मुख्य सड़क से आवागमन करते हुये अधिकांश लोग रूकने को मजबूर हो गये और रूककर कुछ लोगों ने कार्यक्रम आयोजक सदस्यों से पूछा कि
यहां पर क्या हो रहा है और राजा-रानी व सैनिकों के रूप रखे ये युवक युवतियां कौन है तो जयंति कार्यक्रम आयोजक सदस्य ने बताया कि आज गोंडवाना की वीरांगना रानी दुर्गावती का जयंति कार्यक्रम है और ये राजा-रानी की भूमिका में राजा दलपत शाह व वीरांगना रानी दुर्गावती है और उनकी गोंडवाना शासनकाल की सेना है। गोंडवाना शासन काल के वीर यौद्धा राजा दलपत शाह की अर्द्धांगिनी वीरांगना रानी दुर्गावती की जयंति कार्यक्रम जहां महंगी फीस वाले कोचिंग संस्थान शहर में चल रहे ह वहीं नि:शुल्क कोचिंग के माध्यम से शैक्षणिक गतिविधियों की अलख जगाने वाले इंस्ट्यिूट कोयान द विजन संचालक, प्रशिक्षक, सदस्य, विद्यार्थियों व कार्यक्रम के अितथियों की उपस्थिति में 5 अक्टूबर 2019 दिन शनिवार को सिवनी जिला मुख्यालय में स्थित रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर गोंडियन संस्कृति के आधार पर विधि विधान से पूजन अर्चन करते हुये माल्यापर्ण कर जयकारे लगाते हुये मनाया गया।
कोयान द विजन के द्वारा जयंति कार्यक्रम में प्रतिमा स्थल पर माल्यापर्ण करने के लिये सहायक आयुक्त श्री एस एस मरकाम एवं सांख्यकी विभाग के मरावी साहब विशेष रूप से मौजूद रहे। वहीं कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा व आवागमन को सुचारू रूप से संचालन की व्यवस्था संभाल रहे यातायात प्रभारी श्री राजन उईके भी कुछ समय के लिये जयंति कार्यक्रम में शामिल हुये।
रैली निकालकर पहुंचे अंबेडकर स्मारक
वीरांगना रानी दुर्गावती प्रतिमा पर माल्यापर्ण करने के पश्चात कोयान द विजन की आयोजक सदस्य सहित समस्त टीम द्वारा रैली के निकालकरसंविधान निर्माता बाबा साहब डॉ अंबेडकर स्मारक स्थल पर पहुंचकर डॉ अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया एवं संविधान निर्माता के द्वारा समानता व समरूपता के हक अधिकार भारतवासियों के लिये दिये गये उसके संबंध में जय कारा लगाया गया है।
संस्कृति, सभ्यता, परंपरा व संवैधानिक अधिकारों की दी जानकारी
डॉ अंबेडकर प्रतिमा स्मारक पर माल्यापर्ण पश्चात कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर कोयान द विजन द्वारा सर्वप्रथम गोंडवाना शासनकाल के राजा शंकर शाह व कुंवर रघुनाथ शाह, महामानव क्रांतिसूर्य बिरसा मुण्डा, वीरांगना रानी दुर्गावती की फोटो पर हल्दी चावल का तिलक व मार्ल्यापण कर उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया गया।तत्पश्चात अतिथियों के द्वारा एवं कोयान द विजन के प्रशिक्षकों, विद्यार्थियों के द्वारा दिये गये वक्तयों में यह संदेश दिया गया कि गोंडवाना शासनकाल, प्रकृतिवादी गोंडियन संस्कृति की रीति रिवाज, परंपरा, भाषा, स्वर्णिम इतिहास की जानकारी के साथ संवैधानिक हक अधिकारों का संदेश भी दिया गया इसके साथ ही रूढी, परंंम्परा, शैक्षिक व्यवस्था, युवाओं की जिम्मेदारी, गांव यूनिवर्सिटी, ग्राम सभा, गढ़ गोटील, गोंदोला, इतिहास पर विषय के साथ, नारी सशक्तिकरण, नशामुक्त समृधि समाज, प्राकृतिक व्यवस्था, आिर्थक गणतंत्र संबंधित चर्चा की गई।
वहीं कार्यक्रम में गीत के माध्यम से वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान की गाथा व गोंडवाना के इतिहास का संदेश भी गीत-संगीत की धुन के माध्यम से दिया गया ।